अयोध्या में क्यों जुटे हैं दुनिया भर के खगोल वैज्ञानिक, क्या करने वाले हैं चमत्कार, जानकर हो जाएंगे हैरान
धर्मनगरी अयोध्या में दुनिया भर के खगोल वैज्ञानिकों ने डेरा डाल दिया है। अब वह निर्माणाधीन राममंदिर में ऐसा चमत्कार करने जा रहे हैं जिसे जानकार आप हैरान होने के साथ ही खुशी से झूम उठेंगे।
निर्माण कार्य जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा वैज्ञानिकों की टीम समय-समय पर भौगोलिक स्थिति का निरीक्षण करती रहेगी तथा गर्भगृह में लगाए गए उपकरण के जरिए सूर्य की स्थिति का अंदाजा वैज्ञानिकों को होता रहेगा।
Ayodhy News: राम मंदिर में अब रामनवमी पर सूर्य की किरणें रामलला के मुख मंडल का अभिषेक करेगी। वर्ष 2024 की चैत्र मास में पहला जन्मोत्सव रामलला के मंदिर में मनाया जाएगा, जन्म के ठीक समय 12:00 बजे रामनवमी के दिन सूर्य की किरणें कुछ देर के लिए रामलला की मूर्ति पर पड़ेगी। जिसको लेकर खगोल वैज्ञानिकों की टीम एक विशेष खाका तैयार कर रही है, एवं राम मंदिर के गर्भगृह में एक उपकरण भी लगा दिया गया है।
खगोल वैज्ञानिकों की टीम अयोध्या पहुंचकर निर्माणधीन मंदिर की प्रगति देखी साथ ही भौगोलिक अध्ययन भी किया। निर्माण कार्य जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा वैज्ञानिकों की टीम समय-समय पर भौगोलिक स्थिति का निरीक्षण करती रहेगी तथा गर्भगृह में लगाए गए उपकरण के जरिए सूर्य की स्थिति का अंदाजा वैज्ञानिकों को होता रहेगा। यह उपकरण बेंगलुरु से बनकर आया है, केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की और पुणे के एक संस्थान ने संयुक्त रूप से इसके लिए कार्यक्रम बनाया है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने जानकारी दी की रामजन्मोत्सव के पहले दो दिन और बाद के दो दिन रामलला के मुखमंडल को सूर्य की किरणें चमकाएंगी, वैज्ञानिक यहां प्रयास कर रहे हैं कि 5 से 10मिनट तक सूर्य की किरणें सीधे रामलला के मुख मंडल पर पड़े। जिससे जन्म के समय रामलला का दर्शन दिव्या एवं भव्य होगा।
भगवान राम ने सूर्यवंश में जन्म लिया है, उनके जन्म के समय श्री रामलला का स्वागत सूर्य भगवान ही इस धराधाम पर करेंगे। ज्ञात होगी 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवनिर्मित मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे।
सूर्य अभिषेक का होगा लाइव प्रसारण रामनवमी के दिन लाखों भक्त सूर्य की किरणों से रामलला के अभिषेक का दर्शन कर सके इस योजना पर भी मंथन हो रहा है, रामनवमी पर सूर्य अभिषेक के लाइव प्रसारण के लिए अयोध्या में सौ स्थानो पर स्क्रीन लगाए जाने की योजना है, जन्मोत्सव पर राम जन्मभूमि में सीमित संख्या में ही भक्त प्रवेश कर सकेंगे, इसलिए यह योजना तैयार की जा रही है की लाखों भक्त रामलला की सूर्य अभिषेक का दर्शन लाइव प्रसारण के जरिए भी कर सकें।
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