गृहमंत्री अमित शाह ने घोषणा कर दी है कि अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का भव्य शुभारंभ अगले 1 जनवरी को होगा।
अयोध्या में भगवान श्री राम की भव्य मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और मंदिर निर्माण समिति निर्माण कार्य की निगरानी कर रहे हैं। अगले साल में भगवान के मूल गर्भगृह और भूतल का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। जबकि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने घोषणा कर दी है कि अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का भव्य शुभारंभ अगले 1 जनवरी को होगा।
2047 तक 10 करोड़ से अधिक भक्त सालाना अयोध्या आ सकते हैं
केंद्र और प्रदेश सरकार का अनुमान है कि श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खुलने के बाद प्रतिदिन 1 लाख से अधिक भक्तों आएंगे और 2047 तक 10 करोड़ से अधिक भक्त सालाना अयोध्या आ सकते हैं। जिसको लेकर अयोध्या को 32000 करोड मेगा योजना से विकसित करने की तैयारी है।
राम नगरी को वैश्विक पर्यटन और आध्यात्मिक नगरी के रूप में तैयार करने के लिए 264 परियोजनाएं चलाई जा रही हैं इसके लिए 37 एजेंसियों को लगाया गया है।
2025 तक पूर्व होगा राम मंदिर का निर्माण
अयोध्या में भगवान श्री राम के भक्त मंदिर निर्माण कार्य को पूरा किए जाने के पहले ही ट्रस्ट रामलला को भूतल में विराजमान करने के साथ ही श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोलें का इंतजार ट्रस्ट नहीं करेगा है। जनवरी माह में श्रद्धालु राम मंदिर में रामलला का दर्शन प्रारम्भ हो जाएगा।
मंदिर के भूतल का निर्माण कार्य दिसंबर 2023 पहली और दूसरी मंजिल को 30 सितंबर 2024 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य रखा है। तो वह पूरा 71 एकड़ परिसर को 2025 तक तैयार करने की योजना है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक मंदिर निर्माण के लिए पर्याप्त धनराशि ट्रस्ट के पास समर्पित है मंदिर निर्माण में जहां पहले 1000 करोड़ के खर्च करने का अनुमान लगाया गया था। लेकिन अब इस खर्च राशि मे वृद्धि हुई है। और अब 1800 करोड़ से मंदिर निर्माण का कार्य पूरा होगा।
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2023 में कई परियोजनाओं का होगा उद्घाटन
अयोध्या में आने वाले 2023 में यात्री सुविधा और पर्यटकों के लिए कई योजनाओं की शुरुआत हो जाएगी। जिसमें अयोध्या का रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिंग, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ और राम पथ का पूर्ण निर्माण, अयोध्या के लगभग एक दर्जन कुंड में दंत धवन कुंड, अग्निकुंड, सूर्यकुंड, खुर्द कुंड, विभीषण कुंड, हनुमान कुंड को प्रमुखता दी गई है।
महाराजा दशरथ समाधि स्थल को पर्यटक सुविधा जनक बनाए जाने के साथ अंतरराज्यीय बस स्टेशन, डिजिटल रामायण गैलरी, घाटों के सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा। इसके साथ ही अयोध्या 2021 और 2047 मास्टर प्लान की योजनाओं पर भी कार्य किया जा रहा है।