
हे राम : अयोध्या में सरकारी गौशाला में भूख से कंकाल में तब्दील हो रही गौमाता
अनूप कुमार
अयोध्या : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath ) ने उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) में गोवंश ( govansh )की सुरक्षा उन्हें आश्रय देने के लिए कई बड़ी योजनाएं चलाई | हर जिले में जिलाधिकारी ( District Majistret ) के माध्यम से गौशालाओं का निर्माण कराया और उनके संचालन के लिए अच्छी खासी रकम भी सरकार द्वारा निर्गत की | लेकिन सड़क से पकड़कर इन सरकारी गौशालाओं में पाबंद किए जा रहे इन गोवंश ओं के साथ कितना अत्याचार हो रहा है इसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे | शर्मनाक बात तो यह है कि लगातार गौशालाओं में गोवंश के साथ अत्याचार और उन्हें उचित रूप से चारा पानी और रहने का ठिकाना न मिलने की खबरें मीडिया ( media )में आने के बाद भी ना ही स्थानीय प्रशासन के अधिकारी इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और ना ही योगी सरकार में बैठे बड़े जिम्मेदार | यह मामला तब और गंभीर हो जाता है जब इस तरह की शर्मनाक घटना उस शहर में सामने आई हो जिसे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की जन्म स्थली ( Ayodhya ) के रूप में जाना जाता है |
योगी आदित्यनाथ की गौसेवा से जुड़ी योजनाओं की शर्मनाक तस्वीर,भूख प्यास से तिल तिल कर दम तोड़ रहे गोवंश
दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है धार्मिक नगरी अयोध्या के बेसिंग गौशाला ( Baising Gaushala ) में जहां पर बड़ी तादात में अयोध्या नगर क्षेत्र से पकड़ कर लाए गए गौवंशों को रखा गया है | लेकिन ना ही इनके रहने और खाने की सही व्यवस्था है ना ही इनके देखभाल के लिए पर्याप्त कर्मचारी | आलम यह है कि 50 से अधिक गोवंश गौशाला में अपनी जान गवां चुके हैं और कई तिल तिल मरने की कगार पर है | मामला जब मीडिया में आया तो आनन-फानन में जेसीबी ( JCB ) लगाकर मृत गोवंश के अवशेषों को गौशाला में ही दफना दिया गया लेकिन उससे पहले ही मीडियाकर्मियों के कैमरे में यह शर्मनाक तस्वीरें कैद हो चुकी थी | भले ही नगर निगम ( Nagar nigam ayodhya ) शहर में छुट्टा जानवरों के आतंक से शहरवासियों को मुक्त कराने के लिए इन गोवंश को ला कर गौशालाओं में पाबंद कर रहे हो लेकिन यहां पर इन्हें न पर्याप्त चारा मिलता है और ना पीने को पानी |
सड़क से पकड़ कर सरकारी गौशाला में कैद किये जाने के बाद अपनी मौत का इंतज़ार कर रहे ये मासूम बेजुबान
शायद अगर यह जानवर खुली सड़क पर घूम रहे होते तो भी अपने जीने खाने की व्यवस्था कर लेते | लेकिन गौशाला की चौहद्दी में कैद होने के कारण यह बाहर भी नहीं निकल पा रहे और तिल तिल कर अपनी जान दे रहे हैं | तस्वीरें इतनी दर्दनाक और शर्मनाक है कि उन्हें आप को दिखाया नहीं जा सकता | आलम यह है कि कुछ गोवंश की हालत यह है कि वह बेहद कमजोर है और अपना हाथ पांव भी नहीं चला पा रहे हैं ऐसे में चील कौवे जिंदा रहते ही उनके शरीर से उनके अंगों को नोच कर खा रहे हैं | ये बेबस बेजुबान अपनी आँखों से सब देख रहे हैं और तिल तिल कर मरने को मजबूर हैं | इस मामले के मीडिया में आने के बाद भी अभी तक जिला प्रशासन के किसी बड़े अधिकारी ने आगे आकर कोई बयान नहीं दिया है और ना ही इन गोवंशों की दुर्दशा पर कोई कदम उठाने की बात कही है | स्थानीय सामजिक कार्यकर्त्ता और गौसेवक नैन गौवंश सेवा समिति के संयोजक रितेश दास ने कहा कि उन्होंने स्वयं जाकर इस गौशाला में गोवंश की दुर्दशा को देखा है और उनका आग्रह है कि प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ इस प्रकरण का संज्ञान लेकर इन गोवंशों की जीवन रक्षा करें |
अब देखना यह है खुद को सबसे बड़ा गौसेवक बताने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ ( CM Yogi Adityanath ) इस मामले का संज्ञान लेते हैं और इन बेजुबानो की मौत का शर्मनाक सिलसिला रुकता है |
Published on:
13 Jul 2019 02:55 pm
बड़ी खबरें
View Allअयोध्या
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
