अयोध्या के तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने आफताब के पोस्टर पर तलवार घोप दिया। उन्होंने अफताब पर नाराजगी जताई।
परमहंस दास ने आफताब की अलग-अलग फोटो में तलवार घोपते हुए कहा, “मिल जाता तो इसी तलवार से 100 टुकड़े करता। तलवार घोपने के बाद उन्होंने उस फोटो में आग लगा दी।”
नाराज परमहंस दास ने आफताब को सजा भी सुना दी। उन्होंने केंद्र सरकार से लिव-इन रिलेशनशिप को खत्म करने की मांग की।
“जिहादियों से प्रेम न करें बेटियां”
परमहंस दास ने कहा, “आफताब जिहादी है। राक्षस से भी बड़ा राक्षस है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। इसलिए आज हमने उसका पोस्टर जलाया है। मैं भारत की बेटियों से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं और अपील करता हूं। किसी से प्रेम करने के पहले यह जरूर देख लीजिएगा की वह जिहादी ना हो, नहीं तो लगातार बेटियों की हत्या हो रही है। मां-बाप दुखी हो रहे हैं।”
“जड़ से खत्म हो जिहाद”
“हमारी संस्कृति कलंकित हो रही है। जब किसी भी नारी पर अत्याचार होता है, तो उससे हम लोग बहुत दुखी होते हैं। पूरा देश आहत होता है। अगर भारत में इस तरह की घटना होती है, तो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, इसलिए हम सभी को प्रयास करना है कि जिहाद जड़ से खत्म हो उसके लिए चाहे जो करना पड़े।”
“देश में समान नागरिक संहिता कानून हो लागू”
“मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूं कि लिविंग रिलेशनशिप को खत्म करें। इसके कारण नारी हिंसा बढ़ रही है। सरकार के लिए राष्ट्र हित में सबसे बड़ा कदम है कि जिहाद को जड़ से खत्म करें। अभी सरकार को चाहिए कि जनसंख्या नियंत्रण कानून है समान नागरिक संहिता है इसको लागू करें।”
“अशिक्षित और असंस्कार के कारण हो रही घटना”
जब 40 बच्चे पैदा होते रहेंगे, तो जिहादी ही तो बनेंगे। अधिक जनसंख्या का भी एक कारण है कि अशिक्षित और असंस्कारी हो रहे हैं, जो इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं हम बच्चियों से भी कहेंगे कि वह सजग रहें शासन प्रशासन और सरकार से भी मांग करेंगे कि जिहाद को पूर्ण रूप से समाप्त करें और मां बाप से भी निवेदन करेंगे कि वह अच्छी शिक्षा दें संस्कार दें जिससे जिहाद के चक्कर में ना फंसे।