
Ram Mandir Ayodhya: राजा रणविजय सिंह
Ram Mandir Ayodhya: पूरा देश भक्ति भाव से ओत प्रोत है। सभी लोग राम भक्ति के सागर में गोते लगा रहे। आखिर डूबे भी क्यों न। कुल 500 साल बाद राम लला पुनः उस मंदिर में विराजमान होने जा रहे ,जहां वो पूर्व में विराजित थे। कहते हैं कि बाबर के सिपहसालार मीर बाकी ने लगभग 500 साल पहले इस राम मंदिर पर आक्रमण करके इस मंदिर को तोड़ दिया था। जिस समय मीर बाकी ये मंदिर तोड़ रहा था उस समय हंसावर के राजा रणविजय सिंह अपनी छोटी सी सेना लेकर मीरबाकी से भिड़ गए थे। भीषण युद्ध हुआ था, परंतु मीर बाकी की आधुनिक सेना के सामने वो टिक न सके और वीरगति को प्राप्त हुए। रणविजय सिंह की मौत के बाद उनकी पत्नी महारानी जया कुमारी ने युद्ध का मोर्चा संभाल लिया था और महिला सैनिकों की एक टुकड़ी लेकर मीर बाकी से भिड़ गईं। महीनों तक छापामार युद्ध होता रहा। उस युद्ध में मीर बाकी रानी के हाथों मारा गया।
जब इस समाचार को बाबर ने सुना, वह एक बड़ी सी सेना लेकर युद्ध में उतर गया। बाबर की अत्याधुनिक सेना के सामने महारानी जया की एक न चली । महारानी वीरगति को प्राप्त हुईं।
महारानी के इस योगदान को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने महारानी के वंशज नरेंद्र मोहन सिंह उर्फ संजय सिंह को भी प्राण प्रतिष्ठा का न्योता भेजा है। संजय सिंह इस समय बसखारी अंबेडकर नगर के ब्लॉक प्रमुख भी है। संजय सिंह बताते हैं कि महारानी जया की एक तस्वीर अयोध्या राम मंदिर में भी लगी है।
संजय सिंह ने बताया कि ऐसी वीरांगना का वंशज होजे पर उन्हें गर्व है। और वो इस न्योता को पाकर खुद को धन्य समझ रहे हैं।
Published on:
21 Jan 2024 09:32 pm
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