अयोध्या

महंत परमहंस दास के समर्थन में उतरे हनुमान गढ़ी के संत…….कहा कुछ भूमि लोलुप तपस्वी छावनी करना चाहते हैं कब्जा

तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास को महंत बनाए जाने के पक्ष में उतरे हनुमानगढ़ी के साधु संत दशकों के बाद एक साथ चारों पट्टियों के संतों ने दिया समर्थन

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Sep 06, 2022
महंत परमहंस दास के समर्थन में उतरे हनुमान गढ़ी के संत.......कहा कुछ भूमि लोलुप तपस्वी छावनी करना चाहते हैं कब्जा

अयोध्या. राम नगरी अयोध्या में इन दिनों तपस्वी छावनी के महंत बनाने का विवाद बढ़ता जा रहा है। जिसको लेकर अयोध्या के संतों में भी दो फाड़ नजर आ रहा है। और अब साधुओं में लाम बंदी शुरू हो गई है। हनुमानगढ़ी अखाड़ा के चारों पट्टी के महंत खुल कर परमहंस दास के पक्ष में मोर्चा संभाल लिए है। तो वहीं दूसरी तरफ तपस्वी छावनी के गठित ट्रस्टियों ने तपस्वी जी की छावनी की सभा ने पिछले 2 तारीख की बैठक के एजेंडे को सार्वजनिक करते हुए। सर्वसम्मति से अहमदाबाद जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीप दास को महंत चुना है। और दोनों पक्षों के मामले की गंभीरता को देखते हुए तपस्वी छावनी पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात की गई है।

तपस्वी छावनी मंदिर पर स्वागत करने पहुंचे साधु संत

महंत परमहंस दास पिछले कई वर्षों से राम मंदिर सनातन धर्म को लेकर अनशन करने के कारण देश भर में सुर्खियां बिटोर चुके हैं। उनके इन्हीं कारणों से देशभर के लोग जुड़े हुए हैं तो वही दशकों के बाद अखाड़े की परंपरा से जुड़े चार पट्टियों के द्वारा संचालित प्रसिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी के साधु संत एक साथ होकर महंत परमहंस दास के समर्थन में उतरे हैं। आज हनुमान गढ़ी अखाड़े से जुड़े सैकड़ों की संख्या में जुड़ें संतों ने तपस्वी छावनी में महंत परमहंस दास को उत्तराधिकारी के रूप में वर्तमान महंत चुन लिया है।

परमहंस दास को माना तपस्वी छावनी का महंत

पूर्व अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत ज्ञानदास के उत्तराधिकारी महंत संजय दास ने कहा 2017 में महंत सर्वेश्वर दास ने परमहंस दास को उत्तराधिकार सौंपा था। इस लिए वे ही मंदिर के महंत है। बस केवल महंती की जो प्रकिया है उसे 12 तारीख को पूरा करना है। अयोध्या हनुमान गढ़ी के तीनो अनियों के पूर्व प्रधानमंत्री महंत माधव दास ने कहा दिवंगत महंत ने जिसे अपना उत्तराधिकार सौपा है उसे दिला कर रहेंगे। उन्होंने कहा परमहंसचार्य ने शिष्य परंपरा के सभी नियमों का पालन किया है । उन्होंने कहा कुछ विस्तार वादी और भूमि लोलुप लोग मंदिर को कब्जा करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इस दौरान हरिद्वारी पट्टी के महंत मुरली दास, डॉ महेश दास, पहलवान इंद्रदेव दास, राजेश पहलवान, मनीराम दास पहलवान, पुजारी हेमंत दास, महंत बलराम दास, नंदराम दास सहित काफी संख्या में संत- महंत उपस्थित रहे।

Published on:
06 Sept 2022 12:07 am
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