Ayodhya News: सरयू एक्सप्रेस में महिला सिपाही से हैवानियत करने वाले मुख्य आरोपी अनीस को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। उसके दो साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था।
Ayodhya News: यूपी एसटीएफ और अयोध्या पुलिस ने सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल पर जानलेवा हमले में शामिल मुख्य आरोपी अनीस को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। वहीं, अनीश के दो अन्य साथी आजाद और विशंभर दयाल उर्फ लल्लू को अयोध्या के इनायतनगर से मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।
एसओ पूराकलंदर रतन शर्मा व दो सिपाहियों के घायल होने की भी सूचना है। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना पूराकलंदर के छतिरवा पारा कैल मार्ग पर मुठभेड़ हुई है। एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश आज इस संबंध में लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, मारा गया अनीस महिला कांस्टेबल से छेड़खानी कर रहा था, जिसके बाद महिला ने बदमाश को पटक दिय। वहीं तीनों बदमाशों ने महिला पर जानलेवा हमला कर दिया। ट्रेन की खिड़की से सिर लड़ाकर महिला को घायल कर दिया था। जब अयोध्या से पहले ट्रेन धीमी हुई तो तीनों बदमाश फरार हो गए थे।
30 अगस्त को ट्रेन में लहूलुहान मिली थी महिला कांस्टेबल
30 अगस्त को खून से लथपथ एक महिला कांस्टेबल सरयू एक्सप्रेस की सामान्य बोगी में मिली थी। अयोध्या जंक्शन पर ट्रेन पहुंचने के बाद रेलवे पुलिस ने आरक्षी को अपने संरक्षण में लेकर पहले श्रीराम चिकित्सालय पहुंचाया था। यहां हालत गंभीर होने पर सिपाही को दर्शन नगर मेडिकल कालेज भेजा गया था, जहां से उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया था।
सावन मेला में लगी थी ड्यूटी
महिला कांस्टेबल की पहचान सुमित्रा पटेल के रूप में हुई थी। कांस्टेबल की सुलतानपुर जिले में तैनाती है। सावन मेला ड्यूटी के लिए अयोध्या आ रही थीं। अयोध्या जंक्शन पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच में कांस्टेबल का आवागमन स्टेशन पर नहीं मिला था।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खुद लिया था संज्ञान
UPSTF ने दो आरोपियों के फोटो जारी कर एक लाख का इनाम घोषित किया था। यूपी एसटीएफ पिछले कई दिनों से इस मामले की जांच कर रही थी। पहले तो इस मामले में पुलिस के हाथ खाली ही थे। मगर जैसे-जैसे मामले की गहराई के साथ जांच होती गई। पुलिस को आरोपियों के सुराग मिलने शुरू हो गए। इस मामले का इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खुद संज्ञान लिया था, जिसके बाद कार्रवाई तेज हो गई थी।