Ayodhya: अयोध्या में सरयू नदी खतरे के निशान से 49 सेमी ऊपर बहने के बाद गुरुवार शाम सात बजे इसमें कमी देखी गई। इससे पहले इस बार नदी के जलस्तर ने पिछले सात सालों का रिकार्ड तोड़ दिया। इससे पहले जलस्तर 2016 में अगस्त माह में 93.220 के पार पहुंचा था। गुरुवार दिन में जलस्तर ने नया रिकॉर्ड बनाते हुए 93.221 सेमी पार किया, हालांकि शाम होते-होते इसके वेग में कमी आने लगी और जलस्तर 93.170 जा पहुंचा। कर गया है। वहीं दूसरी ओर जिले में उमस भरी गर्मी का प्रकोप जारी है। बारिश न होने से हर कोई बेहाल है।
Ayodhya: शारदा और गिरिजा बैराज से नदी में पानी छोड़े जाने के चलते सरयू नदी का जलस्तर एक बार फिर तेजी के साथ बढ़ रहा है। 12 और 13 अगस्त तक खतरे के निशान से घटने के बाद जलस्तर बढ़ रहा था। गुरुवार को दिन में रिकॉर्ड किया गया जलस्तर खतरे के निशान से 49 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। इसके चलते राहत महसूस कर रहे बाढ़ प्रभावित इलाकों में संकट गहरा गया था। हालांकि शाम को आई कमी से लोगों ने राहत की सांस ली। बता दें कि सरयू नदी के जलस्तर की इस वर्ष में अब तक यह सबसे अधिक बढ़ोतरी थी। जलस्तर में इजाफा होने के चलते गोंडा, अयोध्या, बस्ती, अंबेडकरनगर समेत कई इलाकों में बाढ़ की स्थित बन रही थी।
केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार खतरे का निशान 92.730 है। गुरुवार को दिन में अयोध्या में जलस्तर 93.221 रिकार्ड किया गया। गत सप्ताह सरयू नदी तीस सेंटीमीटर तक बढ़ कर घटने लगी थी। 14 अगस्त को विभिन्न बैराजों से पानी छोड़े जाने के चलते जलस्तर सरयू के खतरे के निशान के करीब 92.700 पहुंच गया था। वहीं 15 अगस्त को तेजी से बढ़ कर 92.910 हो गया। बुधवार 16 अगस्त को प्रातः आठ बजे सरयू खतरे के निशान को पार कर 93.170 पहुंच गया था। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार वर्तमान में सरयू नदी खतरे के निशान से 49 से ऊपर बह रही थी, जिसमें शाम को कमी दर्ज की गई।
उधर, पूर्वी यूपी में मानसून एक बार फिर निष्क्रिय हो गया है। बारिश न होने के कारण उमस भरी गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। गुरुवार को आसमान में हल्के बादल छाए रहे। आचार्य नरेंद्र देव कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक प्रो सीताराम के अनुसार अच्छी बारिश के लिए लोगों को अभी इंतजार करना पड़ेगा।