अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के साथ बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को लेकर सुरक्षा को भी सख्त बनाए जाने की तैयारी की जा रही है।
अयोध्या में इन दिनों राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को लेकर हलचल तेज है ट्रस्ट का दावा है कि अगले 11 महीने के बाद भगवान राम बल आपने भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे।
आतंकी निशाने पर है अयोध्या का राम जन्म भूमि
राम जन्मभूमि परिषद मंदिर निर्माण के साथ परिसर की सुरक्षा है। बीते वर्षों में कई बार राम जन्मभूमि परिसर को उड़ाने की धमकी मिलने का मामला सामने आते रहा है।
प्रतिदिन 20 हजार श्रद्धालु पहुंच रहे राम मंदिर
इसी क्रम में राम जन्मभूमि परिसर के 70 एकड़ भूमि की सुरक्षा का नया खात तैयार किया गया है। और डबल लेयर बैरिकेडिंग लगाए जाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है।
राम मंदिर निर्माण के कारण अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या भी कई गुना बढ़ गई है। रोजाना लगभग 20 हजार से अधिक श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर रहे हैं। ऐसे में भक्तों की सुरक्षा और सुविधा को भी तैयारी का कार्य भी चल रहा है।
परिसर के चारों तरफ लगाई जा रही डबल लेयर बैरिकेडिंग
डबल लेयर बैरीकेडिंग के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा में शांति भवन से लेकर गोकुल भवन के पहले 50 मीटर लंबाई में गहरी नींव खोदी गई।
परिसर को डबल लेयर बैरिकेडिंग के बीच सुरक्षित करने की तैयारी में नींव भराई का काम भी शुरू हो चुका है। इसके बाद लोहे की बैरीकेडिंग लगाई जाएगी।
राम मंदिर में सुविधा के बीच सख्त होगी सुरक्षा
अयोध्या में श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखते हुए भीड़ नियंत्रण की भी योजना तैयार की जा रही है। इसका जिम्मा रेलवे की निर्माण कंपनी राइट्स को सौंपा गया है।
राइट्स रामजन्मभूमि परिसर व रामनगरी के 14 कोस की परिधि में उमड़ने वाली भीड़ के नियंत्रण का प्लान तैयार कर रही है। इसी महीने यह प्लान ट्रस्ट और शासन को सौंप दिया जाएगा।
राइट्स तैयार कर रही श्रद्धालुओं की सुविधा का प्लान
राइट्स के एक अधिकारी ने बताया कि एक प्लान रामजन्मभूमि में उमड़ने वाली भीड़ के नियंत्रण के लिए तैयार हो रहा है तो दूसरा प्लान रामनगरी की 14 कोस की परिधि की भीड़ को लेकर है।
पिछले परिक्रमा मेले में 40 लाख भक्तों ने परिक्रमा की थी। मंदिर बनने के बाद यह संख्या बढ़ सकती है। ऐसे में परिक्रमा पथ पर भीड़ नियंत्रण के लिए क्या किया जाए, इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।