
अवध यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक करोड़ो के गबन में फंसे,अब दर्ज होगी एफआईआर
अयोध्या : शहर के डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ( Dr. Ram Manohar Lohia awadh university ) के तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक और प्रभारी कुलसचिव रहे एएम अंसारी भ्रष्टाचार के आरोप में फंस गए हैं और अब उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक ( examination controller ) व प्रभारी कुलसचिव रहे एएम अंसारी के ऊपर करोड़ो रुपए की अनियमितता का आरोप है। विश्वविद्यालय के एक शिक्षक की शिकायत पर शासन ने एसआईटी ( SIT ) जांच करवाई थी जिसमें एसआईटी की जांच रिपोर्ट के बाद शासन ने अवध विश्वविद्यालय ( Awadh University ) को पूर्व परीक्षा नियंत्रक एएम अंसारी पर मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है।
शाशन के निर्देश पर एसआईटी कर रही थी मामले की जांच प्रथमदृष्टया 9 करोड़ से अधिक का घोटाला आया सामने
विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ अनिल यादव की शिकायत पर शासन ने एसआईटी जांच बैठाई थी। एसआईटी जांच की रिपोर्ट को शासन ने संज्ञान में लिया है और अवध विश्वविद्यालय को एएम अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने का निर्देश दिया है। एएम अंसारी पर लगभग 9 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार ( corruption ) का आरोप है। एएम अंसारी के साथ-साथ विश्वविद्यालय के तत्कालीन उपकुलसचिव सहायक कुलसचिव वित्तअधिकारी सहित अन्य लोगों पर भी मुकदमा दर्ज होगा।
अवध विश्वविद्यालय के एक शिक्षक ने 40 बिन्दुओं को लेकर की थी शिकायत
इस मामले की जांच अपराध अनुसंधान संगठन ( Crime research organization ) को सौंपने का फैसला लिया गया है। एसआईटी की जांच में विश्वविद्यालय में नियुक्ति महाविद्यालयो की संबद्धता और सुरक्षा संबंधित मामलों में लगभग 40 बिंदु पर शिकायत की गई थी जिसमें एसआईटी ने 27 बिंदुओं पर जांच की है और शासन को रिपोर्ट सौंपी है। जांच रिपोर्ट में मनमानी तरीके से महाविद्यालय को संबद्धता प्रदान करने का भी मामला सामने आया है। कुलपति प्रो मनोज दीक्षित ( Vice Chancellor Pro Manoj Dikshit ) ने बताया कि शासन के निर्देश पर जल्द ही तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक व प्रभारी कुलसचिव रहे एएम अंसारी सहित कई अन्य अधिकारियों पर भी मुकदमा दर्ज होगा। प्रारम्भिक तौर पर 9 करोड़ से अधिक की धनराशी का सही जगह उपयोग न किया जाना पाया गया है |
Published on:
12 Jul 2019 05:28 pm
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