यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के डेढ़ साल बाद से ही हाशिए पर चल रहे कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान को सोमवार को मंच मिला तो लोग राजनीतिक मायने निकालने में लग गए। कारण कि हाल में चर्चा थी कि दारा सिंह चौहान बीजेपी से नाराज हैं और सपा का दामन थाम सकते हैं लेकिन सगड़ी की रैली में जिस तरह से उन्होंने सीएम योगी की तारीफ की और विपक्ष पर हमला बोला उससे लगभग साफ हो गए है कि वे एक बार फिर मऊ के मधुबन में कमल खिलाने की कोशिश करेंगे।
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. लंबे समय से बीजेपी में हासिए पर चल रहे दारा सिंह चौहान के पाला बदलने की चर्चा थी लेकिन सीएम योगी ने सगड़ी की सभा में उन्हें न केवल मंच जगह दी बल्कि दारा सिंह चौहान विरोधियों पर हमले करा बड़ा मैसेज देने में सफल रहे। इससे न केवल अटकलों पर विराम लगा है बल्कि विपक्ष के तोड़फोड़ के मंसूबों पर पानी भी फिरता दिख रहा है। माना जा रहा है कि एक बार फिर दारा सिंह मधुबन सीट पर कमल खिलाने की कोशिश करेंगे। साथ ही पूर्वांचल के अति पिछड़ों को बीजेपी के पक्ष में लामबंद करने की कोशिश करेंगे।
बता दें कि दारा सिंह चौहान मूलरूप से आजमगढ़ जिले के गेलवारा गांव का रहने वाले हैं। इनकी गिनती बसपा के संस्थापक सदस्यों में होती है। कहा जाता है कि दारा सिंह राजनीति के ऐसे मझे खिलाड़ी है जो हवा का रूख चुनाव से पहले ही भाप जाते हैं। दारा सिंह चौहान ने राजनीति की शुरूआत में ही अपना कर्मक्षेत्र मऊ के मधुबन क्षेत्र को बनाया। बसपा ने वर्ष 1996 में पहली बार बसपा ने उन्हें राज्यसभा भेजा। इसके बाद 2000 में वे सपा में शामिल हो गए। इसके बाद सपा ने उन्हें राज्यसभा भेजा। वर्ष 2007 के चुनाव से पहले वे फिर बसपा में शामिल हो गए। इसके बाद फिर बसपा ने 2009 में उन्हें फिर राज्यसभा भेज दिया।
वर्ष 2012 के चुनाव यूपी में सपा की सरकार बनी और मायावती सत्ता से बाहर हुई तो फिर दारा का मोह बसपा से भंग हो गया और 2 फरवरी 2015 को वे बीजेपी में शामिल हो गए। दारा सिंह चौहान को बीजेपी ने पिछड़ी जाति प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया। इसके बाद वर्ष 2017 के चुनाव में मधुबन सीट से जीत हासिल कर दारा सिंह कैबिनेट मंत्री बन गए। पिछले दो साल से दारा सिंह बीजेपी में हाशिए पर दिख रहे थे। यहां तक कि नवंबर 2021 में गृहमंत्री राज्य विश्वविद्यालय का लोकापर्ण करने के लिए आजमगढ़ आये तो कार्यक्रम में दारा सिंह का आमंत्रित नहीं किया गया। समाजवादी पार्टी के महिला सभा की अध्यक्ष बबिता चौहान ने इसपर सवाल भी उठाया था।
हाल में चर्चा थी कि दारा सिंह चौहान बीजेपी में उपेक्षा से नाराज है और सपा का दामन थाम सकते हैं लेकिन 6 दिसंबर को सगड़ी में सीएम की रैली में दारा सिंह को न केवल मंच मिला बल्कि उन्हें जनसभा को संबोधित करने का मौका भी मिला। दारा सिंह ने इस दौरान जहां सीएम योगी को अब तक का सबसे मजबूत सीएम बताया बल्कि विपक्ष पर जमकर हमला बोला। इससे अटकलों पर विराम लग गया है। माना जा रहा है कि एक बार फिर दारा सिंह मधुबन में कमल खिलाने की कोशिश करेंगे। इसका फायदा पूरे पूर्वांचल में बीजेपी को मिलेगा। कारण कि चौहान बिरादरी में उनकी अच्छी पकड़ है।