बिलरियागंज थाना क्षेत्र के एक गांव की एक 14 वर्षीय नाबालिग एक दुकान पर शैंपू खरीदने गई थी। उस समय दुकानदार के परिवार के लोग कही गये थे और वह अपने दो साथियों के साथ दुकान पर बैठा था। तीनों ने नाबालिग को शैंपू के बहाने दुकान के भीतर बुलाया और उसे जबरन खींचकर घर के भीतर ले गए। शोर मचाने पर उक्त लोगों ने उसे मारा पीटा और उसका मुंह कपड़े से बांध दिया। इसके बाद करीब तीन घंटे तक बंद कमरे में उसके साथ गैंगरेप किया।
काफी देर तक जब नाबालिग घर नहीं लौटी तो परिवार के लोग उसकी खोजबीन शुरू कर दिये। पीड़िता की मां दुकान पर पहुंची तो वहां एक युवक मिला जब उससे बेटी के बारे में पूछा तो उसने किसी तरह की जानकारी से मना कर दिया।
पीड़िता की मां की माने तो दुकान पर पूछने के बाद वह उसके घर गई तो दरवाजा खटखटाने पर दुकानदार और उसका साथी बाहर निकला और उन्होंने लड़की के आने से मना कर दिया लेकिन मां की नजर फर्श पर पड़े बेटी के कपड़ों पर पड़ गयी। जब उसने दुकानदार से कहा कि वह कपड़ा उसकी पुत्री का है तो उसने अपनी बीबी का बता दिया।
मां को शक हुआ तो वह मकान के थोड़ी दूर जाकर छिप गई, तभी उसकी पुत्री उस घर से निकली। मां ने अपनी बेटी को पकड़कर पीटना शुरू किया तो उसने बताया कि उक्त लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया है। रात में करीब दस बजे पीड़िता को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया वहीं दूसरी तरफ पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
BY- RANVIJAY SINGH