आजमगढ़. मिशन-2017 फतह की तैयारी में जुटे राजनीतिक दल भले ही एक दूसरे पर कीचड़ उछालकर अथवा दूसरों की कमजोरियों को भुनाकर सत्ता का सुख की पाने की मंशा पाले हो लेकिन छोटे दल उनकी राह में कांटा बोने के लिए तैयार है। आजमगढ़ में बटला कांड को फिर भुनाने की अगर तैयारी हो रही है तो पूर्वांचल राज्य के मुद्दे को भी हवा मिलना तय माना जा रहा है। जिसके लिए कम से कम सत्ताधारी दल सपा और मुख्य विपक्षी दल बसपा कहीं से भी तैयार नहीं है।