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ADOPT AN ANGANWADI PROGRAM : आंगनवाड़ी केंद्रों को लेंगे गोद, हो रहा रजिस्ट्रेशन

आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद ले बनाएंगे आदर्श, जनप्रतिनिध, अधिकारी और आमजन भी कर सकेंगे भागीदारी, दो सप्ताह में 1784 में से 741 आंगनवाडिय़ों को गोद लेने हुए रजिस्ट्रेशन

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Adopt An Anganwadi Program

Adopt An Anganwadi Program

बड़वानी. जिले में आंगनवाड़ी केंद्रों को सुदृढ़ करने के लिए समुदाय की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से एडॉप्ट एन आंगनवाड़ी कार्यक्रम प्रारंभ किया है। कार्यक्रम में आंगनवाड़ी केंद्रों को अपनाने के लिए जन-प्रतिनिधि, शासकीय कर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक संगठन, गैर-शासकीय संस्थाएं, औद्योगिक संस्थाएं और अन्य संगठन अधो-संरचना, आंगनवाड़ी संचालन, पोषण सुधार आदि गतिविधियों में सहयोग कर सकते हैं। जिले में अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के साथ ही संस्थाओं और आमजन द्वारा आंगनवाडिय़ों को गोद लेने के लिए रजिस्टे्रशन भी कराना शुरू कर दिया है। स्थिति ये है कि जिले में अभी तक 40 फीसदी से अधिक आंगनवाडिय़ों को गोद लेने के लिए रजिस्टे्रशन कराया जा चुका है।
बताया गया कि आंगनवाड़ी केंद्रों को सुदृढ़ीकृत कर बाल रूचि अनुरूप बनाने के लिए सरकार द्वारा ये एडॉप्ट एप आंगनवाड़ी कार्यक्रम प्रारंभ किया है। इससे अब कोई भी व्यक्ति, संस्था, संगठन, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, एनजीओ आदि एक या एक से अधिक आंगनवाड़ी केंद्रों को एडॉप्ट कर इन केंद्रों के आधारभुत ढांचे को सुदृढ़ीकरण या सेवाओं का उन्नयन कर सकता है। मुख्यमंत्री की इस नई पहल के तहत जिला प्रशासन की पहल पर जिले में जनप्रतिनिधि और अधिकारी व अन्य आम नागरिक भी आंगनवाडिय़ों को गोद लेने के िलए आगे आ रहे है।
इसी माह से रजिस्ट्रेशन हुआ शुरू
एडॉप्ट एन आंगनवाड़ी कार्यक्रम के तहत जिले में इसी माह 5 जनवरी 2022 के बाद से रजिस्टे्रशन प्रारंभ हुए है। इसके बाद लोग रूचि दिखाने लगे है। यही वजह है कि जिले में कुल 1784 आंगनवाड़ी केंद्रों में से शुक्रवार तक की स्थिति में 741 आंगनवाडिय़ों को गोद लेने के लिए जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और आमजन के रजिस्टे्रशन हो चुके है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि शत-प्रतिशत आंगनवाडिय़ां एडॉप्ट कराने का लक्ष्य है।
ये करा सकते है काम
कार्यक्रम के तहत आंगनवाडिय़ों को एडॉप्ट करने वाले लोग आधारभुत ढांचे का सुदृढ़ीकरण के तहत बाल सुलभ, आंगनवाड़ी का निर्माण, आंगनवाड़ी भवन व परिसर के लिए भूमि, नवीन आंगनवाड़ी भवन निर्माण, अतिरिक्त कक्ष्य का निर्माण, बाल सुलभ शौचालय का निर्माण, बाउंड्रीवॉल का निर्माण, भवन मरम्मत, सोलर पैनल, विद्युतीकरण की स्थापना किचन, किचन शेड निर्माण, पोषण वाटिका निर्माण के लिए सहयोग किया जा सकेगा। साथ ही अन्य सामग्री व उपकरण आदि भी दान किए जा सकते है।
सहयोग प्रदाय करने की प्रक्रिया
-जिला स्तर पर जिला कलेक्टर सहयोग के रूप में राशि प्राप्त कर सकेंगे
-राशि चेक/बैंक ड्राफ्ट के रूप में ही स्वीकार की जाएगी
-जन सहयोग से प्राप्त होने वाली वस्तुएं/समान ग्राम स्तर/ आंगनवाड़ी स्तर पर ग्रहण किए जा सकेंगे।
जिले की आंगनवाडिय़ों पर सुविधाएं
सुविधाएं -उपलब्ध- अनुलब्धता
शौचालय-1695-144
बाउंड्रीवॉल-643-1196
उपकरणों के भंडारण के लिए जगह-1578-261
शालापूर्व शिक्षा गतिविधियों के लिए पर्याप्त स्थान है-1741-98
चिकित्सा किट-1694-142
शाला पूर्व शिक्षा किट-1768-68
बच्चों की लंबाई मापने का यंत्र-1754-85
एनएचइडी किट-1709-130
थालियां-1597-242
गिलास-1710-129
चम्मच-1648-191
शीशा -1687-152
हाथ धुलाई किट (हैंडवॉश किट)-1729-110
घंटी-1577-262
आरोग्य केंद्र की दवा किट-1109-730
लेखा संबंधी रजिस्टर-1391-448
शिक्षण सामग्री-1719-120
सूचना पटल-1393-446
वर्जन...
741 लोगों ने कराया रजिस्टे्रशन
मुख्यमंत्री के आह्वान पर आंगनवाड़ी केंद्रों में जनसमुदाय की भागीदारी बढ़ाने और व्यवस्थाएं सुद़ृढ़ करने के उद्देश्य से एडॉप्ट एन आंगनवाड़ी केंद्र शुरू किया है। इसके तहत अभी तक जिले में 1784 मेें से 741 आंगनवाडिय़ों के लिए रजिस्टे्रशन हो चुके है।
-रतनसिंह गुंडिया, महिला एवं बाल विकास अधिकारी