गोविंदगढ़
अग्नि को साक्षी मानकर साथ जीने मरने की कसम खाने वाली प्यार में अंधी पत्नी ने अपने मौसेर जेठ के साथ मिलकर करीब पन्द्रह दिन पहले ही गिरधारी की हत्या की साजिश रच ली थी। इसके बाद मौसेर भाई ने अपने एक साथी के साथ मिलकर शुक्रवार शाम को कार से रौंदकर गिरधारी को मौत के घाट उतार दिया। रेनवाल थाना इलाके में छोटी डूंगरी से लालासर जाने वाली ग्रेवल सड़क पर शनिवार सुबह लहूलुहान हालत में युवक की मिले शव के मामले में गोविंगढ थाना पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी व मौसेरे भाई सहित तीन आरोपियों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।
जयपुर ग्रामीण एसपी मनीष अग्रवाल ने गोविंदगढ़ थाने में खुलासा करते हुए बताया कि गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम गोरी का बास निवासी गिरधारी लाल ढाका मंडा भिंडा फैक्ट्री में मजदूरी का कार्य करता था। मृतक गिरधारी लाल की पत्नी कमला उर्फ पूजा का मृतक के मौसी के लड़के रमेश कुमार से प्रेम प्रसंग था। मृतक की पत्नी रमेश से शादी करना चाह रही थी। दोनों के बीच करीब 1 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। ऐसे में पूजा अपने प्रेमी से शादी के लिए अपने पति गिरधारी को बाधा मान रही थी। इसलिए गिरधारी को रास्ते से हटाने के लिए पडयंत्र रच रहे थे। रमेश ने यह बात अपने साथी सुनील गढ़वाल को बताई तथा तीनों ने करीब 15 दिन पूर्व गिरधारी को रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाई और हत्या को रोड एक्सीडेंट की घटना का रूप देना तय किया।
यूं की हत्या
3 फरवरी को शाम करिब 6 बजे रमेश कुमार मृतक गिरधारी लाल को अपने साथ ले जाकर सुनसान जगह पर शराब पिलाई। वहीं सुनील भी गाड़ी लेकर घटनास्थल खाल्डा में आ गया। शराब का नशा होने के बाद षड्यंत्र के तहत इशारा पाते ही पहले से गाड़ी लेकर खड़ा सुनील गाड़ी लेकर मौके पर आ गया तथा रमेश ने मृतक गिरधारीलाल को धक्का देकर देकर गिरा दिया तथा सुनील ने मृतक पर गाड़ी चढ़ा दी। पहली बार गाड़ी चढ़ाने से उसके पैर टूट गए लेकिन सांस चल रही थी, जिस पर पुन गाड़ी चढ़ा कर मौत के बाद उसे गाड़ी में डालकर डूंगरी खुर्द की तरफ ले गए। वहां पर ले जाकर पुन गाड़ी पर चढ़ाकर दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की। इसके बाद दोनों आरोपी अपने-अपने घर आ गए। घर आने के बाद आरोपी रमेश ने मृतक की पत्नी कमला उर्फ पूजा को गिरधारी की हत्या करने के बारे में जानकारी दी।
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