बेटी की घोडी पर निकाली बिन्दोरी, बेटा-बेटी एक समान का दिया संदेश
चौमूं
वर्तमान में बेटियों के प्रति समाज में जागृति देखने को मिल रही है। अब बेटियों को भी बेटों समान समझा जाने लगा है। जो समाज के लिए अभिनव पहल है। ऐसे ही बेटा-बेटी समानता का संदेश चौमूं के बांसा कुशलपुरा में जयपुर एसएमएस अस्पताल के नर्सिंग ऑफिसर एवं ब्राह्मण समाज के भंवरलाल शर्मा ने अपनी बेटी सुगना उर्फ निलिमा को घोडी पर बैठाकर गाजे-बाजे के साथ बिंदोरी निकाली है। उन्होंने बताया कि बाईस फरवरी के बेटी सुगना की शादी होगी। परिवारजनों की सहमिति से गांव में बिंदोरी निकाली है। परिजन लालाराम व मुकेश पंचौली ने बताया कि बिटिया की बिंदोरी निकालने का एक मात्र उद्देश्य समाज में बेटा बेटी के भेद को मिटाकर समानता का संदेश देना है। बिंदोरी में संगीता की सहेलियों, भाई बहनों, परिजनों सहित रिश्तेदारों ने नाचकर खुशियां मनाई है। बिंदोरी की गांव के लोगों ने सराहना की।