
जमवारामगढ़ उपखंड की ग्राम पंचायत बिरासना के रामनगर में एक पखवाड़े से पेट की बीमारी के उपचार के लिए एसएमएस अस्पताल में भर्ती मरीज की बुधवार को मौत हो गई। परिजनों ने गांव लाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
आंधी. जमवारामगढ़ उपखंड की ग्राम पंचायत बिरासना के रामनगर में एक पखवाड़े से पेट की बीमारी के उपचार के लिए एसएमएस अस्पताल में भर्ती मरीज की बुधवार को मौत हो गई। परिजनों ने गांव लाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद देरशाम मृतक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर प्रशासन और परिजनों सहित ग्रामीणों में हड़कंप है। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी रात को ही गांव पहुंचे और रास्तों को बंद कर मामले की जांच में जुट गए। पुलिस व प्रशासन अब माइक से अनाउंस व अन्य सूत्रों के माध्यम से अंतिम संस्कार में शामिल लोगों को ढूंढने में लगे हैं। 38 लोगों को क्वारंटाइन कर 150 को गांव के स्कूलों में होमआईसोलेट किया है।
रामनगर के 53 वर्षीय व्यक्ति को परिजनों ने पथरी इलाज के लिए 13 अप्रेल को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया। 17 को चिकित्सकों ने ऑपरेशन किया, लेकिन बुधवार सुबह संबंधित की मौत हो गई। उपचार के दौरान चिकित्सा प्रबंधन ने एहतियात के तौर पर कोरोना की जांच करवाई तो नेगेटिव होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने शव गांव लाकर बुधवार शाम अंतिम संस्कार कर दिया। इस दौरान परिजनों व रिश्तेदारों के साथ कई ग्रामीण शामिल हुए। बुधवार देर शाम मृतक की कोरोना की आई दूसरी जांच रिपोर्ट में वह पॉजिटिव पाया गया। जिस पर हड़कंप मच गया।
टीम पहुंची मौके पर
गुरुवार सुबह मेडिकल टीम के साथ बीसीएमएचओ डॉ. एनके कोठीवाला, एसडीएम विश्वामित्र मीणा, जमवारामगढ़ डीएसपी लाखनसिंह मीणा पहुंचे और गांव को सील कर दिया। टीम के सहयोग से प्रशासन ने 38 लोगों को जयपुर के क्वारंटाइन सेंटर भेजा। इसमें मृतक के परिजन और नजदीकी लोग शामिल हैं। 150 लोगों को गांव के स्कूलों में ही होमआईसोलेट में रखा है।
जुटाई जानकारी
अधिकारी पहुंचे और गांव को जोडऩे वाले रास्तों पर अवरोधक लगाकर आवाजाही बंद कर परिजनों से दाह संस्कार में शामिल लोगों की जानकारी एकत्रित करने में जुट गए। प्रशासन ने गांव में संक्रमण से बचाव के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव करवाया। गुरुवार सुबह जयपुर ग्रामीण डॉ. शंकरदत्त शर्मा व एएसपी जयपुर ग्रामीण मुख्यालय ज्ञानचन्द यादव रामनगर पहुंचे।
तलाश जारी है
लोगों की स्पष्ट संख्या प्रशासन के पास नहीं है लेकिन माना जा रहा है की 200 से 250 लोग शामिल हुए थे। महामारी से बचाव को लेकर निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद इतने लोगों के शामिल होना जिम्मेदारों की लापरवाही को दर्शाता है। पुलिस व प्रशासन अब माइक से अनाउंस कर अन्य सूत्रों के माध्यम से लोगों को ढूंढने में लगा है। लोगों को होमआईसोलेट का पालन नहीं करते है तो कोरोना फै ल सकता है।
बुधवार देर शाम मृतक की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव होने की जानकारी के बाद टीम के साथ गांव पहुंचे व परिजनों और नजदीकी संबंधियों की जांच करवाकर ३८ लोगों को पूर्णिमा विवि के क्वारंटाइन सेंटर भेजा। अंतिम संस्कार में शामिल 150 लोगों की पहचान कर गांवों के स्कूलों में ही होमआईसोलेट में रखा है। बाकी तलाश जारी है।
डॉ. एन.के.कोठीवाला, बीसीएमएचओ, जमवारामगढ़
प्रारम्भिक जानकारी में तो 25-30 लोगों के ही शामिल होने के बात सामने आई। गांव में जानकारी ली तो 125 से अधिक लोग शामिल होने की जानकारी मिली। कुछ को तलाश कर होमआईसोलेट में भेजा जा रहा है। गांव को सील कर दिया है। मृतक की पहली रिपोर्ट नेगेटिव आने एवं जागरुकता की कमी के चलते इतनी संख्या में लोग शामिल हुए।
डॉ. शंकरदत्त शर्मा, एसपी, ग्रामीण
Published on:
23 Apr 2020 11:34 pm
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