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सात साल दौड़ाया, अब आवेदन निरस्त

पालिका ने तोड़ा भामाशाहों का मनोबल, बस स्टैण्ड पर टीनशैड लगाने का मामला

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बगरू

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Kashyap Avasthi

Aug 26, 2018

Teenshed case on bus stand chomu

सात साल दौड़ाया, अब आवेदन निरस्त

चौमूं. शहर के बस स्टैण्ड पर यात्रियों की सुविधा की खातिर दो भाई सात साल से पिता की स्मृति में टिनशैड लगवाने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कार्मिकों के चक्कर काटते रहे, लेकिन नगरपालिका ने उनके प्रस्ताव को निरस्त करने से भाग-दौड़ बेकार हो गई, बल्कि उसकी हसरतों पर भी पानी फिर गया। बड़ा सवाल ये है कि ऐसे हालात रहेंगे तो कैसे भामाशाह में अपना योगदान दे पाएंगे।
जानकारी के अनुसार बिहारीपुरा निवासी डॉ. हेमंत गरेड व एडवोकेट अशोक गरेड ने 4 अगस्त 2011 को नगरपालिका प्रशासन को प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें प्रधानाचार्य रहे पिता शंकरलाल की स्मृति में शहर के बस स्टैण्ड पर सर्दी, गर्मी व बारिश में खुले में खड़े रहकर बसों का इंतजार करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए टिनशैड लगवाने की इजाजत मांगी, जिस पर अधिशासी अधिकारी ने अग्रिम कार्यवाही के तौर पर कार्यालय सहायक को पुलिस थाना एवं यातायात पुलिस से भी राय लेने के निर्देश दिए, जिस पर पालिका ने 10 मई 2012 को यातायात पुलिस को पत्र जारी किया, जिसकी पालना में कार्यालय पुलिस आयुक्त यातायात जयपुर ने 4 जून 2012 को पालिका प्रशासन को पत्र भेजकर अवगत करवाया कि टिनशैड लगाने से यातायात पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
एक्सईएन ने जताई सहमति
सार्वजनिक निर्माण विभाग की भी टिनशैड लगाने के लिए एनओसी मांगी गई। इसके लिए पालिका की ओर से विभागीय कार्यालय को 26 फरवरी 2014 को पत्र जारी किया गया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई तो दोनों भाइयों ने चौमूं के एईएन एवं फुलेरा के एक्सईएन कार्यालय के चक्कर काटे तो 13 नवम्बर 2014 को एक्सईएन आरके सिंह ने अधिशासी अधिकारी चौमूं को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया, जिसमें बताया कि प्रस्तावित स्थल का विभाग के सहायक अभियंता चौमूं द्वितीय द्वारा निरीक्षण करने के बाद 28 जुलाई 2014 को रिपोर्ट भेजी थी, जिसके अनुसार यदि प्रशासन को कोई आपत्ति नहीं हो तो वर्तमान में निर्मित विश्राम गृह में टिन शैड का निर्माण कार्य किया जा सकता है।
रोडवेज प्रबंधन से मांगी रिपोर्ट

पालिका के तत्कालीन ईओ ने 16 नवम्बर 2011 को रोडवेज चौमूं के प्रभारी को पत्र जारी किया कि चौमूं बस स्टैण्ड पर निर्मित विश्राम गृह की तरफ टिनशैड लगवाना प्रस्तावित है। अत: वहां की भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर अपनी सहमति प्रदान करें, जिससे अग्रिम कार्यवाही की जा सके, जिस पर रोडवेज विद्याधर डिपो जयपुर के मुख्य प्रबंधक ने भी सहमति प्रदान कर दी।
सात साल बाद नतीजा शून्य
जिस कार्य के लिए सात साल से प्रयास किए जा रहे थे। उसी का आवेदन पत्र नगरपालिका प्रशासन ने 6 जुलाई 2018 को यह बताते हुए निरस्त कर दिया कि पालिका के कनिष्ठ अभियंता के अनुसार बस स्टैण्ड पर टीन शैड लगाने के लिए उपयुक्त स्थान नहीं है। जेडीए द्वारा भी पूर्व में यात्री विश्राम गृह बनवा रखा है। ऐसे में आवेदन पत्र निरस्त कर दिया गया।
वरिष्ठ नागरिक कर रहे मांग
वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद चौमूं के महासचिव कृष्णमुरारी पारीक ने गत दिनों ही क्षेत्रीय विधायक को ज्ञापन सौंपकर बस स्टैण्ड पर हजारों यात्रियों का हवाला देते हुए टिनशैड लगवाने की मांग की है। ज्ञापन में यह भी बताया कि यात्री विश्राम गृह छोटा होने के कारण अधिकतर यात्रियों को खुले में ही खड़े होकर बसों का इंतजार करना पड़ रहा है।
इनका कहना है

जेडीए ने यात्री विश्राम गृह बनवा दिया है। जेईएन की रिपोर्ट के आधार पर टिनशैड लगवाने का आवेदन पत्र निरस्त किया गया है। यदि आवेदक चाहें तो एक बार फिर से आवेदन कर दें।
सलीम खान, अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका चौमूं
इनका कहना है
पिताजी की स्मृति में टिनशैड लगवाने के लिए सात साल से विभिन्न कार्यालयों के धक्के खाते रहे। यदि आवेदन निरस्त ही करना था तो शुरू में मनाही की जा सकती थी। कम से कम भटकना तो नहीं पड़ता। पालिका के इस निर्णय से ठेस पहुंची है।
- डॉ. हेमंत गरेड, आवेदक, बिहारीपुरा