प्रतिभा दिव्यांगता की मोहताज नहीं होती। मूक बधिर बच्चों ने ऐसा उत्पाद बनाया अधिकारी भी इन बच्चों की प्रतिभा के कायल हो गए।
एक मूक बधिर स्कूल के बच्चों ने दीपावली पर्व को लेकर रंग-बिरंगे घर ऑफिस रोशन करने वाले उत्पाद बनाकर उसकी बेहतर पैकिंग कर जब अधिकारियों के सामने पेश किया तो अधिकारी भी इन बच्चों की प्रतिभा के कायल हो गए। स्कूल के अध्यापकों ने कहा कि मेहनत लगन से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। इन बच्चों ने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा दिव्यंगता की मोहताज नहीं होती।
बहराइच जिले के शहर में संचालित मूक बधिर स्कूल के बच्चों ने दीपावली पर्व को लेकर रंग-बिरंगे मोमबत्ती का निर्माण किया है। इन बच्चों ने इसकी पैकिंग भी हाथों से बड़े ही आकर्षक ढंग से किया है। बच्चों ने बुधवार को जिलाधिकारी से लेकर अन्य अधिकारियों के दफ्तर में जाकर जब मोमबत्ती के पैकेट को भेंट किया तो अधिकारियों ने बच्चों की प्रतिभा को देखकर उनकी जमकर सराहना किया। इस बार इन बच्चों की बनाई हुई मोमबत्ती से सरकारी कार्यालय और घर रोशन होंगे। शहर के कानूनगोपुरा में मूक बधिर विद्यालय का संचालन होता है। इस विद्यालय में 50 से अधिक मूक बधिर छात्र और छात्राएं अध्ययन करते हैं। दिव्यांग बच्चों की ओर से विभिन्न कलर के मोमबत्ती का निर्माण किया गया है। बुधवार को दिव्यांग बच्चों विद्यालय की प्रबंधक डॉक्टर बलमीत कौर के साथ डीएम कार्यालय पहुंचे। बच्चों ने डीएम को खुद निर्मित मोमबत्ती के पैकेट दिए। मोमबत्ती के पैकेट पैकेट डीएम काफी खुश हुई। उन्होंने दिव्यांग बच्चों को बिस्किट देकर दिवाली की बधाई दी।
इसके बाद बच्चों ने सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर एसडीएम सदर प्रिंस वर्मा अतिरिक्त मजिस्ट्रेट पूजा चौधरी पीसीएस ज्योति चौरसिया समेत अन्य अधिकारियों को मोमबत्ती के पैकेट दिया। अधिकारियों ने दिव्यांग बच्चों की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया।