
विकास भवन बहराइच
Bahraich News: बहराइच जिले की एक छात्रा का पत्र डीएम को मिला है। जिसने कहा गया है कि वह एक महाविद्यालय की छात्रा है। पिता का देहांत हो चुका है।
10 साल का उसका छोटा भाई है। उसकी भी जिम्मेदारी उसे उठानी पड़ती है। एक दिन वह विकास खंड कार्यालय गई थी। शौचालय के लिए उसने आवेदन किया था। जब वह ADO से मिली तो उन्होंने अगले दिन विकास भवन बुलाया। जब वह विकास भवन पहुंची तो ADO ने कहा कि डीपीआरओ साहब नहीं बैठे हैं। ADO पंचायत उसे DPRO के सरकारी आवास वाली ऑफिस पर लेकर गए। जहां पर उसके साथ दुष्कर्म की घटना हुई। डीएम ने इस मामले में पांच सदस्य कमेटी गठित किया था। जिसकी जांच चल रही है।
Bahraich News: बहराइच जिले में छात्रा के पत्र पर डीएम के द्वारा गठित कमेटी जांच कर रही है। पत्र में छात्र ने डीपीआरओ और ADO पंचायत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब हम ADO के कहने पर DPRO के सरकारी आवास के अंदर गई। तो सामने पड़ी एक कुर्सी पर मुझे बैठने के लिए कहा गया। उन्होंने चाय मंगवाई। और हमसे हमारा नाम पता पूछने लगे। फिर हमें छूने लगे। हमारे मना करने के बाद भी मुझे शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर कर दिया। काफी देर तक मेरे साथ दुष्कर्म किया। मैं रोने लगी। मेरे मना करने के बाद भी मेरे बैग में 5 हजार रुपये डाल दिये। मुझे धमकाया गया कि बाहर से जाकर अगर किसी से मुंह खोला तो इसका अंजाम बुरा होगा। फिर मुझसे पूछा कि जहां पर कहो वहां तक गाड़ी से छुड़ा दें। हमने कहा कि हम चले जाएंगे। इसके बाद भी मुझे गाड़ी पर बैठकर टिकोरा मोड़ तक छोड़ा गया। इन लोगों ने हमारा वीडियो भी बना लिया था। बाद में जब हम गाड़ी में बैठे तब ADO पंचायत सर ने वह वीडियो मुझे दिखाया। बार-बार इस वीडियो की धमकी देकर मुझे बुलाया गया। और मेरे साथ कुकृत किया गया। इसके बाद दो बार इस ऑफिस में DPRO साहब ने आने को मजबूर किया। इसके बाद चार पांच बार शहर के माधव रेती मोहल्ले में मुझे ले जाया गया। जहां पर सर और एक अन्य ने मेरे साथ अनैतिकृत किया।
पत्र में उसने कहा है कि मेरी मानसिक स्थिति बहुत खराब है। इन लोगों ने मुझसे कहा कि तुम चाहे जहां पर शिकायत करोगी। सारे स्टाफ मेरे परिचित हैं। वह पत्र मुझे मिल जाएगा। उसके बाद तुम समझ लेना कि तुम्हारा और तुम्हारे परिवार का क्या हाल होगा।
बहराइच जिले की नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर से जब दूरभाष पर बात की गई, तो उन्होंने बताया कि इस पत्र में ना तो छात्रा का नाम है। और ना ही उसका पता है। मोबाइल नंबर भी नहीं है। हमने कॉलेज जाकर एक-एक छात्रा से बातचीत किया है। सभी ने कहा कि हमने कोई शिकायत नहीं किया है। यहां तक की महसी क्षेत्र के किसी भी छात्र का कॉलेज में एनरोलमेंट नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि डीएम साहब को पत्र किसने दिया तो उन्होंने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है। यह पत्र डीएम साहब को डाक के जरिए मिला है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे भी लग रहा है कि कोई फसाने की साजिश रच रहा है। फिलहाल अभी जांच चल रही है।
Updated on:
07 Nov 2024 07:18 pm
Published on:
07 Nov 2024 07:17 pm
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