बहराइच. हिमालय की तलहटी वाले तराई के जिलों की आबोहवा कहीं न कहीं बेशकीमती चन्दन के पेड़ों की जलवायु के लिए काफी मुफीद मानी जाती है। शायद इसलिए तराई के जिलों के तमाम बड़े आलाधिकारियों के बंगलों में आज भी तमाम चन्दन के बेशकीमती पेड़ अपनी शीतलता का अहसास करा रहे हैं। लेकिन पिछले काफी समय से तराई के कई जिलों के जिलाधिकारी से लेकर तमाम आला अफसरों के बंगलों के हरे भरे गार्डन की शोभा बढ़ाने वाले लगे चन्दन के पेंड़ों पर किसी चन्दन तस्कर गिरोह की काली नजर इस कदर अपना कमाल दिखा रही है कि कड़ी सुरक्षा पहरे की निगहबानी में भी ये गिरोह पलक झपकते ही लाखों के बेशकीमती चन्दन के पेंड़ों को रातों रात गायब करने का खुद में एक अलग माद्दा रखता हैं। इस बात का जिक्र हम इसलिए कर रहे हैं कि इस गिरोह ने अब तक सीमावर्ती जिले बहराइच से लेकर लखीमपुर, सीतापुर, पीलीभीत,बाराबंकी, श्रावस्ती,बलरामपुर, सहित तमाम जिलों के जिलाधिकारी से लेकर जिला जज DFO,CMO, सहित कई बड़े अफसरों के बंगलों को निशाना बनाकर चन्दन तस्कर का ये शातिर गिरोह अब तक कई बार अपने मंसूबो में कामयाब हो चुका है।