
सैयद सालार मसूद गाजी की कब्र पर बनी दरगाह।
बहराइच में लगने वाला सैयद सालार गाजी की दरगाह पर 500 सालों से लगातार मेला लगता चला आया है लेकिन इस साल इस मेले का आयोजन नहीं होगा। यह फैसला LIU की रिपोर्ट के आधार पर सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर ने लिया। उन्होंने इस मेले की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
गाजी मियां की दरगाह पर लगने वाला मेला पूरे एक महीने तक चलता है। यह मेला 15 मई से 15 जून तक लगता है। इस मेले में करीब 15 लाख हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल होते हैं। मेला कमेटी ने जब प्रशासन से इसकी अनुमति मांगी तो प्रशासन ने इनकार कर दिया। बहराइच CO सिटी ने बताया कि पहलगाम हमले के विरोध में देश में आक्रोश हैं। जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। हालात को देखते हुए मेला लगने अनुमति नहीं दी गई है।
LIU की रिपोर्ट में हाल में ही हुए पहलगाम हमले की वजह से मेले में विरोध प्रदर्शन की आशंका जताई गई। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि देश के मौजूदा हालात को देखते हुए इस तरह के आयोजनों पर रोक लगाई जाए। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) ने 12 पन्नों की रिपोर्ट कमिश्नर शशि भूषण लाल सुशील और डीआईजी अमित पाठक को भेजी।
1. हाल में ही पास हुए वक्फ कानून के विरोध में कई जगहों पर देश में विरोध प्रदर्शन हुए। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में इसी बिल के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए, जिससे शांति व्यवस्था की विषम स्थिति उत्पन्न हुई।
2. हिंदू संगठन सैयद सालार मसूद गाजी को आक्रांता मानते हैं। गाजी मियां के नाम पर मेला आयोजित किए जाने को लेकर उनमें भारी आक्रोश है।
3. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर जघन्य घटना को अंजाम दिया। इसके चलते पूरे प्रदेश में जनमानस आक्रोशित है।
4. मेले में भारी भीड़ जुटने की स्थिति में विरोध प्रदर्शन और कानून-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
5. संभल में हुई हिंसा को देखते हुए इस मेले की अनुमति देने से प्रशासन ने इनकार कर दिया।
दरगाह कमेटी ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से मेले से संबंधित कोई बैठक नहीं हुई है। सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर ने बताया- जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर मेले की अनुमति नहीं दी गई है। यह निर्णय शांति व्यवस्था, पहलगाम हमले और वक्फ बिल को लेकर संभावित प्रदर्शनों के मद्देनजर लिया गया है।
महमूद गजनवी ने 11वीं सदी में भारत पर आक्रमण किया था। 17 बार आक्रमण कर भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक गुजरात के सोमनाथ मंदिर को लूटा और तोड़फोड़ की। सैयद सालार मसूद गाजी इसी मोहम्मद गजनवी का भांजा और सेनापति था। भारत पर शुरुआती आक्रमणों में सैयद सालार मसूद गाजी ने मोहम्मद गजनवी के सैन्य अभियान का नेतृत्व किया था।
Published on:
03 May 2025 05:32 pm
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