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टीम गठित कर पुलिस ने शुरु की जांच
हत्याकांड की खबर लगते ही पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल बैहर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्याम कुमार मरावी और एसडीओपी आदित्य मिश्रा के मार्गदर्शन में टीम गठित की। पुलिस टीम द्वारा तत्काल घटना स्थल पहुंचकर मौके से कई महत्वपूर्ण साक्ष्य इकट्ठे किए, जिसके तकनीकी पहलुओं के आधार पर विवेचना करते हुए पुलिस ने हर पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पता लगाया, तो पता चला की दो वर्ष पूर्व गांव के बीहर सिंह धुर्वे ने अपने बेटे शिवराम के लिए मृतक श्याम सिंह मरकाम की बहन का रिश्ता मांगा था, जिसपर मृतक श्याम सिंह ने मंगनी के बाद अपनी बहन का रिश्ता बीहर सिंह के लड़के से देने से मना कर दिया था। इस बात को लेकर बीहर के भतीजे सुद्धू धुर्वे से श्याम सिंह के बीच कहा सुनी भी हुई थी।
ये है मामला
घटना के एक साल बाद इस मामले के मुख्य आरोपी सुद्धू धुर्वे के बड़े पिता बीहर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। लेकिन सुद्धू धुर्वे अपने बड़े पिता की मृत्यु को हत्या मानता था और श्याम सिंह को इसके लिए जिम्मेदार मानता था। इन्हीं दो कारणों से वो मन ही मन श्याम सिंह मरकाम की हत्या की योजना बना रहा था। इसके लिए सुद्धू धुर्वे ने अपने करीबी दोस्त रमेश धुर्वे निवासी ग्राम गठिया का सहारा लिया, जिसने उसे रमेश की हत्या को अंजाम देने के लिए ग्राम चिलकोना के अनूप उर्फ़ विनोद मसराम उम्र-20 वर्ष एवं उसके एक अन्य साथी को सुद्धू से मिलवाया, जिनसे 4 हजार रुपए में श्यामसिंह की हत्या के लिए बात हुई और हत्या के लिए मंडई के दिन को चुना गया। ताकि भीड़-भाड़ के दिन हत्या किसने किया इस बात का किसी को शक न हो।
3 आरोपी गिरफ्तार 1 फरार
हत्या के दिन रमेश दोनों को मछुरदा मंडई लेकर आया और उन्हें सुद्धू धुर्वे से मिलवाया। जिसके बाद सुद्धू धुर्वे, अनूप उर्फ़ विनोद मसराम और उसके एक साथी ने रात 12-01 बजे तीनों मिलकर श्याम सिंह की हत्या को अंजाम दिया और फरार हो गए थे। पुलिस ने मुख्य आरोपी सुद्धू धुर्वे निवासी मछूरदा, अनूप उर्फ़ विनोद हत्या करने तथा रमेश धुर्वे को हत्या की साजिश में सहयोग करने के लिए धारा 450, 302, 120बी, 34 भादवि में तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में प्रयुक्त हथियार जप्त कर लिया है। एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है, जिसकी शीघ्र ही गिरफतारी होने की सम्भावना है।
पुलिस की तत्परता से हुआ खुलासा
इस अंधे हत्याकांड का खुलासा करने मछुरदा चौकी प्रभारी विनीत तिवारी, सालेटेकरी चौकी प्रभारी जय प्रकाश पटेल, देवरवैली चौकी प्रभारी संजीत मवई, सहायक उपनिरीक्षक राजकुमार हिरकने, आरक्षक गोविन्द तोमर, नंदकिशोर लिल्हारे, प्रशांत पचौरी, मानिक चंदेल एवं हॉक फोर्स की अहम् भूमिका रही है। पुलिस अधीक्षक के द्वारा पुलिस टीम को नगद पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।