वाहनों की कतार, प्रभावित रहा मार्ग
किसानों व ग्रामीणों के आंदोलन के दौरान हाइवे मार्ग कुछ समय के लिए बाधित रहा। इस दौरान सडक़ के दोनों ओर दोपहिया व चौपहिया वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी। मौके पर पहुंचे तहसीलदार कन्हैयालाल टेकाम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में किया। वहीं बिजली विभाग के डीई वारासिवनी बाबूलाल भैना, जेई आमोली विनीत तेकाम को मौके पर बुलाया गया। बिजली अधिकारियों ने नया ट्रांसफार्मर की व्यवस्था कर लिए जाने वहीं दूसरे दिन उसे स्थापित करने की बात कही। तब कहीं जाकर किसानों ने अपना आंदोलन समाप्त किया।
नहीं मिल रही थी पर्याप्त बिजली
किसान नेताओं ने बताया कि विगत 13 मार्च से नेवरगांव ला का ट्रांसफार्मर खराब होने से नवेगांव सहित आस पास के करीब 25 गांवों में पर्याप्त बिजली नहीं दी जा रही हैं। बिजली हेतु वैकल्पिक व्यवस्था के तहत 24 घंटे में मात्र 6 घंटे ही बिजली शिफ्टिंग के माध्यम से दी जा रही है। किसानो और ग्रामीण जनों ने मांग की कि जल्द ही विद्युत समस्या से निजात दिलाई जाए।यहां नहीं मिल रही थी बिजली
किसानों के अनुसार ट्रांसफार्मर खराब होने से कंजई फीडर, बांदरी फीडर, नेवरगांव फीडर, छिंदलई फीडर, बबरियां फीडर के अंतर्गत आने वाले करीब 25 गांव के ग्रामीणों को दो-दो घंटे ही बिजली दी जा रही थी। ग्रामीण अपने खेतों में मोटर के माध्यम से सिंचाई नहीं कर पा रहे थे। वहीं दैनिक कार्य करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। बिजली आधारित कार्य सभी गांव में ठप पड़े हुए थे। इलेक्ट्रानिक्स दुकानदारों की रोजी-रोटी बंद सी हो गई थी। रात्रि के समय छोटे बच्चों को उमस भरी गर्मी में बेहाल होना पड़ रहा था। समस्या लेकर लगातार ग्रामीण और किसान विद्युत विभाग के अधिकारियों से आवेदन निवेदन कर रहे थे।आंदोलन में यह रहे शामिल
आंदोलन के दौरान प्रमुख रूप से जिपं सभापति डुलेन्द्र ठाकरे, किशोर पालीवार जनपद सदस्य, थानेन्द्र ठाकरे, रिमेन्द्र पटले, धनेन्द्र गौतम, दुर्गाप्रसाद टेंभरे, बलेश राहंगडाले, अरुण केलकर, सरपंच वेंकट राहंगडाले, धनेन्द्र राणा, मुन्ना ठाकरे, सरपंच संतोष पंचेश्वर, प्रेमचंद राहंगडाले, भिवराम मानेश्वर, धन्नालाल कावरे, सरपंच रानीकोठार विनोद ठाकरे, अनिल उइके, बालकृष्ण बिसेन, विजय हनवत, मूलचंद बनोटे सहित सैकड़ों किसान व ग्रामीण शामिल रहे।वर्सन
ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण शिफ्टिंग के रूप में बिजली प्रदान की जा रही थी। अब व्यवस्था बना ली गई है। शीघ्र ही ग्रामीणों को पर्याप्त बिजली मुहैया होने लगेगी।
बाबूलाल भैना, डीई वारासिवनी
कन्हैयालाल टेकाम, तहसीलदार लालबर्रा