बालाघाट

24 दिन बाद भी नहीं खुला कावेली धान खरीदी केन्द्र

समर्थन मूल्य पर कहां बेचे उपज, परेशान हो रहे किसानअन्य खरीदी केन्द्रों पर जाने आएगा परिवहन का बोझ

2 min read
Dec 25, 2022
24 दिन बाद भी नहीं खुला कावेली धान खरीदी केन्द्र


बालाघाट. शासन की 28 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए जिले में 195 केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें 26 केन्द्र महिला समूहों को दिए गए हैं। बाकी केन्द्रों में सहकारी समिति के माध्यम से पंजीकृत किसानों से धान खरीदी की जा रही है। लेकिन परसवाड़ा जनपद क्षेत्र के कावेली का खरीदी केन्द्र 24 दिन बीत जाने के बाद भी शुरू नहीं हो पाया है। इसके पीछे की वजह महिला समूह होना बताया जा रहा है।
किसानों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कावेली में प्रतिवर्ष खरीदी केन्द्र समय पर प्रारंभ हो जाता था। लेकिन इस बार नहीं हो सका है। बताया गया कि परसवाड़ा के महिला समूह ने धान खरीदी करने आवेदन किया है। जबकि प्रशासन अब तक यह तय नहीं कर पाया है कि यहां पर महिला समूह से धान खरीदी कराई जाए या नहीं। किसानों की माने तो कावेली के किसानों के लिए बिठली धान खरीदी केन्द्र में धान विक्रय की बात कही जा रही है। लेकिन बिठली केन्द्र तक जाने किसानों को अतिरिक्त परिवहन खर्च वहन करना पड़ेगा। ऐसे में किसान बिठली केन्द्र में धान विक्रय करने को लेकर तैयार नहीं है।
किसानों को परिवहन खर्च की चिंता
कावेली के किसानों ने बताया कि यहां पर धान खरीदी केन्द्र प्रारंभ ना होने पर बिठली में धान खरीदी की व्यवस्था किए जाने की बात की जा रही है। अगर ऐसा होगा तो किसानों को 25 किमी का लंबा सफर तय करना पड़ेगा। ऐसे में उन्हें अतिरिक्त परिवहन भाड़े की मार झेलनी पड़ेगी। किसानों की माने तो अभी उनकी धान का विक्रय नहीं हो सका हैं। ऐसे में उनके पास 25 किमी दूर धान परिवहन किए जाने भाडे तक की व्यवस्था नहीं है। किसान बिठली केन्द्र में धान विक्रय करने को घाटे का सौदा करार देते हुए कावेली में ही खरीदी शुरू किए जाने की मांग कर रहे हैं।
गांव में खरीदा जाए धान
किसानों की समस्या को लेकर कावेली के पूर्व सरपंच जीवनसिंह तेकाम ने बताया कि महिला समूह के माध्यम से धान खरीदी की बात कही गई। लेकिन महिला समूह खरीदी करने नहीं आया। प्रशासन के स्पष्ट सूचना ना दिए पर किसान भ्रमित हो रहे हंै। किसानों को छपरवाही, उकवा, सोनगुड्डा धान लेकर जाने कहा जा रहा है। लेकिन इसमें उन्हें आर्थिक बोझ आएगा और ठहरने और खाने-पीने की अनावश्यक परेशानी भी झेलनी पड़ेगी। तेकाम ने जिला प्रशासन से मांग की है कि कावेली में ही धान खरीदी केन्द्र प्रारंभ किया जाए, ताकि किसानों को परेशानियों का सामना न करना पड़े और उन्हें अपनी उपज का वाजिब दाम भी मिल सकें।
वर्सन
शासन ने धान खरीदी केन्द्रों की संख्या बढ़ाई है तो कावेली केन्द्र को शुरू करने में क्यो गुरेज किया जा रहा है। दूसरे केन्द्रों में धान परिवहन करने पर अतिरिक्त बोझ वहन करना पड़ेगा। अभी किसानों की माली हालत सहीं नहीं है।
किशोर कुमार, किसान

शासन प्रशासन किसान हित की बात करते हैं तो फिर कावेली में खरीदी शुरू क्यों नहीं करवाई जा रही है। कावेली में बड़ी संख्या में किसान है। इनके हितों को ध्यान में रखते हुए गांव के ही केन्द्र को शुरू किया जाना चाहिए।
जीवनसिंह तेकाम, पूर्व सरपंच कावेली

Published on:
25 Dec 2022 08:29 pm
Also Read
View All

अगली खबर