
आनंद स्वरूप शुक्ला
बलिया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath Government) ने अपना पहला कैबिनेट विस्तार कर दिया है। उन्होंने छह कैबिनेट मंत्री, छह स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 11 को राज्यमंत्री बनाया है। राज्यमंत्री बनाए जाने वालों में एक चौंकाने वाला नाम आनंद स्वरूप शुक्ला का भी है। आनंद स्वरूप शुक्ला (Anand Swaroop Shukla) के नाम की कहीं कोई चर्चा नहीं थी, लेकिन जब बुधवार को मंत्रियों ने शपथ ली तो उसमें आनंद स्वरूप शुक्ला के नाम ने सबको चौंकाया।
आनंद स्वरूप शुक्ला सक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनके परिवार में वह अकेले व्यक्ति हैं जो राजनीति के क्षेत्र में हैं। उनके पिता सरकारी शिक्षक थे और रिटायर होकर मंदिर में पूजा पाठ करते हैं। तीन भाइयों में से आनंद को छोड़कर बाकी दोनों सरकारी नौकरी में हैं। आनंद स्वरूप शुक्ला छात्र जीवन से ही आरएसएस और एबीवीपी से जुड़ गए थे। उन्होंने छात्र राजनीति से अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत की और बलिया के सतीश चन्द्र डिग्री कॉलेज में 1997/98 में छात्रसंघ का चुनाव जीते।
छात्रसंध के बाद आनंद स्वरूप शुक्ला बीजेपी से जुड़कर काम करने लगे। वह भाजपा और संघ के सच्चे सेवक बने रहे और एक साधारण कार्यकर्ता की तरह काम करते रहे और कई राज्यों में चुनावों में भी गए। 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सबको चौंकाते हुए उन्हें बलिया सदर से प्रत्याशी बना दिया, जबकि उनका मुकाबला सपा छोड़कर भाजपा में आए दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री नारद राय से और समाजवादी पार्टी के मजबूत कैंडिडेट लक्ष्मण गुप्ता से था।
आनंद स्वरूप शुक्ल न सिर्फ दमदारी से चुनाव लड़े, बल्कि विधानसभा चुनाव में 92 हजार 889 वोट पाकर सपा के लक्ष्मण गुप्ता को 40 हजार 11 वोटों से हरा दिया। मतगणना शुरू होने पर जो बढ़त बनायी तो वह अंतिम तक बनी रही। बलिया जिले में वह सबसे अधिक वोटों से उस बार जीते चुनाव।
By Amit Kumar
Published on:
21 Aug 2019 12:52 pm
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