
स्कूल में बच्चों के आंखों की जांच की गई।
बालोद. घरों में मोबाइल पर लगातार गेम खेलना, मोबाइल देखना व लगातार टेलीविजन देखने से बचपन में ही बच्चों की नजर कमजोर हो रही है। जिला स्वास्थ्य विभाग के नेत्र रोग विशेषज्ञ की टीम स्कूल खुलने के बाद नए शिक्षण सत्र में नेत्र जांच अभियान चला रही है। अभी तक कुल 212 स्कूलों में नेत्र जांच शिविर लगाकर बच्चों के आंखों की जांच की है। 574 बच्चों में दृष्टिदोष पाए गए हैं।
292 स्कूलों के 22713 बच्चों की नेत्र जांच की
नेत्र विभाग की टीम ने इस साल कुल 292 स्कूलों में नेत्र जांच शिविर लगाया। स्कूलों के कुल 22,713 बच्चों का नेत्र परीक्षण किया गया। 574 बच्चों में दृष्टिदोष पाया गया है। जिन बच्चों की आंखों में ज्यादा परेशानी है, उन्हें नि:शुल्क चश्मा भी दिया जा रहा है।
टेलीविजन व मोबाइल आंख को पहुंचा रहे नुकसान
नेत्र विभाग के चिकित्सक अनिल कुमार सिन्हा ने बच्चों व पालकों से अपील भी की कि छोटे बच्चों को ज्यादा मोबाइल व टेलीविजन का आदि न बनाएं। बच्चे मोबाइल व टेलीविजन के आदि हो गए हैं। यह घातक साबित हो रहा है। बच्चों को भी सावधानी बरतनी होगी।
नेत्र जांच में चौंकाने वाला खुलासा
जांच में कुछ बच्चों में नजर कमजोर होना, दृष्टि सामान्य से कम होना व नेत्र एलर्जी होना, अधिक चाकलेट खाने से दांतों में केविटी होना, कुछ बच्चों का उम्र के हिसाब से वजन कम पाया गया। कुछ में रक्त की भी कमी पाई गई।
बच्चों पर ध्यान देने की सख्त जरुरत
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि आंखों में नजर का विकास सात वर्ष की आयु तक होता है। कई बार नजर के बारे में बच्चा समझ नहीं पाता और जो दिखता है, उसे ही सही समझता है। बच्चा आंखें बार-बार मसलता है। टीवी को दस फीट दूर होने के बाद पास जाकर देखने की कोशिश करता है, दूर देखने पर आंखें छोटी करने की कोशिश करता है तो समझ लेना चाहिए कि उसकी आंखें कमजोर हैं। समय पर चिकित्सक से उचित परामर्श नहीं लेने से आंखों में भैंगापन हो जाता है।
बच्चों को आंखों की बीमारी से बचाने डॉक्टर के सुझाव
आंखों की एक्सरसाइज पर ध्यान दें।
टीवी, कंप्यूटर, मोबाइल स्क्रीन से कुछ-कुछ देर का ब्रेक लेते रहें, जिससे आंखों की अच्छी सेहत बरकरार रखी जा सके।
बच्चों के खानपान का पूरा ध्यान रखें।
बच्चों को आंवला, बादाम, गाजर, शकरकंद जैसी चीजें रोजाना खाने को दें। इससे आंखें हमेशा हेल्दी रहेगी।
समय-समय पर बच्चों की आंखों का टेस्ट कराते रहें, जिससे किसी बड़ी परेशानी का सामना न करना पड़े।
Published on:
20 Nov 2023 11:30 pm
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