बालोद जिले के संविदा कर्मचारी नियमितीकरण करने की मांग को लेकर सोमवार से पांच दिवसीय हड़ताल पर हैं। दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रही। अपनी मांगों को पूरा कराने धरना स्थल बस स्टैंड पर हवन पूजन किया। संविदा कर्मचारियों ने अर्जेंट करो, परमानेंट करो का नारा लगाया।
बालोद. जिले के संविदा कर्मचारी नियमितीकरण करने की मांग को लेकर सोमवार से पांच दिवसीय हड़ताल पर हैं। दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रही। अपनी मांगों को पूरा कराने धरना स्थल बस स्टैंड पर हवन पूजन किया। संविदा कर्मचारियों ने अर्जेंट करो, परमानेंट करो का नारा लगाया। संघ के सदस्य रितेश गंगबेर ने कहा कि कांग्रेस के 2018 में चुनावी जन घोषणापत्र में किए गए वादे के बावजूद कोई कदम नहीं उठाया है। छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सरकार की चुप्पी से नाराज होकर कर्मचारियों ने व्यंग्य किया है।
वादा कर भूल गई सरकार
महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष कौशलेश तिवारी, जिला समन्वयक यजेन्द्र कुमार जामुनकर ने बताया कि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने चार साल बाद भी वादे पूरे नहीं किए। सह संयोजक प्रवीण ठाकुर ने कहा कि सरकार वादा कर भूल गई है। इस सरकार के समक्ष हम कर्मचारियों की गुहार का कोई असर नहीं हो रहा है।
सरकार 26 तक ले निर्णय, 30 से अनिश्चितकालीन आंदोलन
संघ के सदस्य योगेश कुमार साहू ने बताया कि सरकार को वादा याद दिलाने हड़ताल स्थल पर पूजा-अर्चना, हवन, यज्ञ, हनुमान चलीसा का पाठ किया गया। 26 जनवरी को संविदा कर्मचारियों के बारे में यदि सरकार उचित निर्णय नहीं लेती है तो 30 जनवरी से 54 विभाग में कार्यरत संविदा कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे।
भैंस के आगे बीन बजाने का चित्रण एवं प्रदर्शनी
संविदा कर्मचारियों की वर्तमान परिस्थितियों को दर्शाने भैंस के आगे बीन बजाकर प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि न तो 62 वर्ष की नौकरी की सुरक्षा, न ही सही ढंग से वेतन, न ही अनुकम्पा नियुक्त, लेकिन सरकार अपने आप में मस्त है।