जिला मुख्यालय में बन रही नेशनल हाइवे सड़क अब राहगीरों के लिए सिरदर्द बन गई है। धीमी गति से काम ने लोगों को अब धूल खाने को मजबूर कर दिया है। वहीं नेशनल हाइवे विभाग ने अभी तक नाली का निर्माण भी नहीं किया है।
बालोद. जिला मुख्यालय में बन रही नेशनल हाइवे सड़क अब राहगीरों के लिए सिरदर्द बन गई है। धीमी गति से काम ने लोगों को अब धूल खाने को मजबूर कर दिया है। वहीं नेशनल हाइवे विभाग ने अभी तक नाली का निर्माण भी नहीं किया है। धीमी गति से नाली निर्माण चल रहा है। विभाग लापरवाही बरत रहा है। निर्माण कब तक पूरा होगा, इसकी भी जानकारी नहीं दे रहा है। अभी भी नेशनल हाइवे के तहत सड़क निर्माण का सारा काम बाकी है। अभी मुख्य मार्ग से आने वाले लोगों को धूल खानी पड़ेगी।
गंजपारा मोड़, संस्कार शाला के पास नहीं किया डामरीकरण
नेशनल हाइवे विभाग ने जहां-जहां छोटी पुलिया का निर्माण किया है, उस जगह डामरीकरण नहीं किया है। अधूरे निर्माण से लगातार वाहन चलने के कारण उड़ रही धूल का स्कूली बच्चे, कॉलेज के विद्यार्थी, राहगीरों को सामना करना पड़ रहा है। मुख्य मार्ग होने से बड़ी संख्या में वाहन चलते हैं, जिसके कारण धूल उड़ती रहती है। शहर के गंजपारा मोड़, संस्कार शाला, कृष्णकुंज एवं दल्ली चौक के पास डामरीकरण नहीं किया गया है।
धूल से बीमार न पड़ जाएं लोग
सड़क निर्माण की सुस्ती ऐसी है कि सिर्फ धूल ही उड़ रही है। निर्माण एजेंसी व विभाग को आम जनता की परेशानी दिखाई नहीं देती। नेशनल हाइवे का काम कब तक पूरा होगा, इसकी जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। लंबे समय तक धूल से राहगीर बीमार भी पड़ सकते है।
सड़क से उखड़ रहा डामर व गिट्टी
अभी नेशनल हाइवे सड़क निर्माण पूरा नहीं हुआ है, लेकिन सड़क का डामरीकरण उखडऩे लगा है। जगह-जगह सड़क से गिट्टियां उखड़ रही हैं। बारिश को देखते हुए नेशनल हाइवे विभाग ने बारिश में राहगीरों को परेशानी न हो, इसलिए सड़क पर डामरीकरण किया है।