बालोद जिला मुख्यालय में बन रहे नेशनल हाइवे लोगों को लगभग एक साल से राहत कम बीमार कर रहा है। निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है। खामियाजा जिला मुख्यालय आने वालों को भुगतना पड़ रहा है।
बालोद. जिला मुख्यालय में बन रहे नेशनल हाइवे लोगों को लगभग एक साल से राहत कम बीमार कर रहा है। निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है। खामियाजा जिला मुख्यालय आने वालों को भुगतना पड़ रहा है। अधूरे सड़क निर्माण से लोगों को धूल से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय में आने वालों को धूल का सामना करना पड़ रहा है। सुस्त गति से चल रहे नेशनल हाइवे निर्माण पर भी राजनीतिक दलों और जनप्रतिनिधियों ने चुप्पी साध ली है। अधिकारी भी मौन हैं।
तांदुला पुल से उखड़ रही सरिया
झलमला से बालोद के मध्य तांदुला नदी पर बनाए गए पुल से अब सरिया उखडऩे लगाी है। सरिया उखडऩे से कभी भी दुर्घटना हो सकती है। सरिया की हर साल मरम्मत कराई जाती है, लेकिन जिम्मेदार विभाग के गुणवत्ताहीन कार्य से ही पुल के ऊपर की गई ढलाई जवाब देने लगी है।