बालोद

जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन नहीं, महंगे निजी सेंटरों और बड़े शहरों के लगाने पड़ रहे चक्कर

बालोद को जिला बने दस साल हो गए हैं। जिला अस्पताल में कई सुविधाएं शासन ने उपलब्ध करा दी है, लेकिन वर्तमान में सीटी स्कैन मशीन की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ रही है, जो आज तक नहीं लगा पाए हैं। सीटी स्कैन कराने निजी सेंटरों या फिर दुर्ग, भिलाई, धमतरी जैसे शहरों में जाना पड़ता है। वहीं निजी सेंटरों में महंगे दाम पर सीटी स्कैन कराने की मजबूरी है।

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जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन नहीं, महंगे निजी सेंटरों और बड़े शहरों के लगाने पड़ रहे चक्कर

बालोद. बालोद को जिला बने दस साल हो गए हैं। जिला अस्पताल में कई सुविधाएं शासन ने उपलब्ध करा दी है, लेकिन वर्तमान में सीटी स्कैन मशीन की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ रही है, जो आज तक नहीं लगा पाए हैं। सीटी स्कैन कराने निजी सेंटरों या फिर दुर्ग, भिलाई, धमतरी जैसे शहरों में जाना पड़ता है। वहीं निजी सेंटरों में महंगे दाम पर सीटी स्कैन कराने की मजबूरी है। कोरोना काल से जोर शोर से सीटी स्कैन की सुविधा जिला अस्पताल में उपलब्ध कराने की मांग चल रही थी, लेकिन शासन से आज तक नहीं मिली। अब फिर इसकी मांग शुरू हो गई है। सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि शासन भी प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में सीटी स्कैन मशीन देना चाह रही है। अभी तक पहल शुरू नहीं हुई है।

कोरोना काल में सांसद, संसदीय सचिव ने भी जरूरी बताया था
बीते साल कोरोना की दूसरी लहर में लोग सांस लेने में परेशानी होने के कारण सीटी स्कैन करवाकर अपने फेफड़े की स्थिति की जानकारी लेते थे। कोरोना काल में सीटी स्कैन कराने निजी अस्पताल में भीड़ थी। इस वजह से जिला अस्पताल में सुविधा दिलवाने की मांग उठी थी। सांसद, संसदीय सचिव ने भी पहल करने की बात कही थी, लेकिन आज तक कोई पहल नहीं हुई। हालांकि सांसद मोहन मंडावी ने शासन को पत्र भी लिखा था कि जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन उपलब्ध किया जाए। वहीं विधायक संगीता सिन्हा भी प्रयासरत है। जिला अस्पताल में यह सुविधाएं मिले तो स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से बड़ी उपलब्धि होगी।

सीटी स्कैन मशीन उपलब्ध होने से पहले यह भी हो तैयारी
सीटी स्कैन मशीन उपलब्ध कराने से पहले जिला अस्पताल में नियमित न्यूरो सर्जन, नियमित रेडियोलॉजिस्ट, ऑपरेटर की जरूरत पड़ेगी। साथ ही इस मशीन को रखने व स्थापित करने एक कमरे की जरूरत पड़ेगी। पहले इसकी तैयारी स्वास्थ्य विभाग व शासन को करनी चाहिए।

निजी अस्पताल व सेंटर के लगा रहे हैं चक्कर
संपन्न लोग महंगे दाम पर आसानी से सीटी स्कैन करा लेते हैं, लेकिन मध्यम व गरीब मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। जांच के लिए प्राइवेट अस्पताल या सेंटर जाना पड़ रहा है। गंभीर मरीज, गंभीर चोट समेत अन्य बीमारी के लिए गरीबों को परेशान होना पड़ रहा है।

शासन स्तर पर कार्यवाही चल रही
जिला अस्पताल बालोद के सिविल सर्जन डॉ. आरके श्रीमाली ने कहा किजिला अस्पताल में सिटी स्कैन की जरूरत है। सिटी स्कैन की सुविधा के लिए शासन स्तर पर कार्यवाही चल रही है। उम्मीद है जल्द सुविधा मिल जाए। साथ ही इसके लिए न्यूरो सर्जन, रेडियोलॉजिस्ट की जरूरत पड़ेगी।

Published on:
12 May 2023 11:18 pm
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