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सुनिए एक एेसी मां की कहानी जिसने अपने ही बेटे को दे दिया जहर, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

हैवानियत की सारी हदे पार, सौतेली मां ने मासूस पर बरपाया कहर, जहर देकर मारा

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balrampur

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बलरामपुर. यूपी के बलरामपुर में एक मां ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। पहले उसने अपने आठ वर्षीय बेटे को घर में बांधकर यातनाएं दी जब उससे भी जी नहीं भरा तो उसे खाने में जहरीला पदार्थ दे दिया। अस्पताल में इलाज के दौरान मासूम की मौत हो गई। सौतेली मां द्वारा मासूम के प्रताड़ना की सूचना कई बार तुलसीपुर थाने में दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

मामला है तुलसीपुर थाना क्षेत्र के नई बाजार पुरवा का। यहां के रहने वाले नसीर ने तीन साल पहले पहली पत्नी के मर जाने पर दूसरी शादी कर ली। पहली शादी से नसीर को दो बच्चे हुए। आरोप है कि नसीर की दूसरी पत्नी शकीना शादी के बाद से ही पहली बीवी के दोनों बच्चों को मारती पीटती थी और उन्हें घर में बांधकर रखती थी।

दो दिन पूर्व मासूम अल्तमस के मामा अब्दुल रब ने थाने में शिकायत की कि बच्चे की सौतेली मां शकीना उसे बुरी तरह मारा पीटा है और उसे कोई जहरीला पदार्थ खिला दिया है, जिससे उसे खून की उल्टी हुई है। इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। सोमवार को इलाज के अभाव में मासूम अल्तमस की मौत हो गई। इस घटना के बाद से पूरे तुलसीपुर इलाके में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों में पुलिस की कार्यशैली को लेकर काफी आक्रोश व्याप्त है।

मासूम की मौत के बाद हरकत में आई पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और अब दोषियों पर कार्रवाई की बात कह रही है। यदि वक्त रहते पुलिस हरकत में आई होती तो इस आठ साल के मासूम बच्चे की जान बचाई जा सकती थी। शिकायत पर तुलसीपुर थाने की संवेदनहीन पुलिस व सीओ ने समय पर कार्रवाई की होती तो आज ये मासूम जिंदा होता।अपर पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि बच्चे के मामा द्वारा थाने में तहरीर दी गई। प्रकरण की जांच गहनता से कराई जायेगी। मामले में जो दोषी होगा उसके विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। साथ ही कोई पुलिस कर्मी इस मामले में दोषी पाया जाता है या पिछले प्रार्थना पत्र कार्रवाई क्यों नहीं कि इसकी भी जांच कराई जायेगी। इसमें किसी प्रकार का भी कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो उसके विरूद्ध भी विभागीय कार्रवाई की जायेगी।