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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता फिर दो दिवसीय धरने पर जमीं

विरोध-प्रदर्शन: सरकार की वादाखिलाफी से नाराजगी

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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता फिर दो दिवसीय धरने पर जमीं

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता फिर दो दिवसीय धरने पर जमीं

बेंगलूरु. न्यूनतम वेतन 17 हजार करने, सुरक्षित नौकरी और पेंशन सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने गुरुवार को केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। सिटी रेलवे स्टेशन से लेकर फ्रीडम पार्क तक जुलूस निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया।

कर्नाटक प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ और अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एआइटीयूसी) के बैनर तले सुबह से ही मैसूरु, कोलार, बेलगावी, हावेरी, गदग, बल्लारी, चिकमगलूर, तुमकूरु, यादगीर और शिवमोग्गा सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचीं हजारों कार्यकर्ताओं ने सिटी रेलवे स्टेशन के सामने एकत्र होने शुरू कर दिया। इसके बाद सभी रैली के रूप में फ्रीडम पार्क पहुंचीं और दो दिवसीय धरने पर बैठ गईं।

कर्नाटक प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष एसके रामचंद्र ने वरिष्ठता के आधार पर वेतन तय करने की मांग की। उन्होंने कहा कि 17 हजार रुपए प्रति माह न्यूनतम वेतन हो। सातवें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम वेतन तय हो। सेवानिवृत्ति के बाद प्रति माह तीन हजार रुपए का पेंशन मिले। कार्यकर्ताओं को भविष्य निधि, कर्मचारी राज्य बीमा और श्रम कानून के अंतर्गत लाया जाए। रोजगार सुरक्षा का आश्वासन मिले। आंगनबाडिय़ों में एलकेजी और यूकेजी शुरू हो।

कार्यकर्ताओं ने कहा कि देश हित में काम करेंगे और इसके बदले में पूरा पारिश्रमिक लेंगे। सरकार ने जल्द जायज मांगों को नहीं माना तो उन्हें बड़ा आंदोलन करने पर बाध्य होना पड़ेगा।