मंडल रेल प्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि होसूर रोड पर कुछ वृद्धाश्रमों को भोजन के पैकेट भी दिए गए। जहां लॉकडाउन के बाद से वृद्धों को खाने की परेशानी आ रही थी। वर्मा ने बताया कि शुरुआत में 2हजार भोजन के पैकेट तैयार कर वितरित किए गए हैं। आवश्यकता पडऩे पर खाने के पैकेट की संख्या बढ़ाई जा सकती है। बेंगलूरु में कई गैर सरकारी संगठन और अन्य सार्वजनिक उपक्रम भी रेलवे के इस महत्वपूर्ण प्रकल्प में आहूति देने के इच्छुक हैं। खास बात ये है कि खाने को जिस वाहन से वितरण के लिए भेजा गया है। उन वाहनों को भी सेनेटाइज किया गया और वितरण वाले कर्मचारियों को मास्क, कैप व हाथों में दस्ताने पहनाए गए हैं।