सेंट्रल सिटी क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने प्रथम अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) को आरोप पत्र सौंपा। सभी आरोपी फिलहाल बेंगलूरु की परप्पन अग्रहार सेंट्रल जेल में बंद हैं।
बेंगलूरु. पुलिस ने बुधवार को सनसनीखेज भाजपा के विधायक टिकट घोटाले में हिंदू कार्यकर्ता चैत्रा कुंदापुर, संत अभिनव हलश्री और अन्य सहित नौ आरोपियों के खिलाफ अदालत में 800 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। सूत्रों ने बताया कि सेंट्रल सिटी क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने प्रथम अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) को आरोप पत्र सौंपा। सभी आरोपी फिलहाल बेंगलूरु के परप्पन अग्रहार सेंट्रल जेल में बंद हैं।
पुलिस ने बताया कि मामले में 75 गवाहों के बयान दर्ज किये गए हैं। पुलिस ने 4.11 करोड़ रुपये नकद बरामद किए और आरोपियों के खिलाफ प्रारंभिक, परिस्थितिजन्य और डिजिटल साक्ष्य जुटाए थे। शिकायतकर्ता गोविंदा बाबू पुजारी, जो एक उद्योगपति हैं, उन्होंने पुलिस को 10 वीडियो और ऑडियो रिकॉर्ड सौंपे थे। पुलिस ने आरोपी व्यक्तियों से संबंधित डेटा पुनर्प्राप्त किया और जानकारी एकत्र की। घोटाले की संवेदनशीलता को देखते हुए अदालत ने अब तक आरोपियों को जमानत देने से इनकार कर दिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता एम. लक्ष्मण ने आरोप लगाया था कि उनके पास 185 करोड़ रुपये के टिकट के बदले नकद घोटाले के इनपुट थे और कुंदापुर ने 17 टिकट के इच्छुक उम्मीदवारों को धोखा दिया था। उन्होंने दावा किया था। उसने 23 लोगों को टिकट दिलवाए और पैसे कमाए। उन्होंने कहा था कि कुंदापुर का भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से सीधा संबंध है और उन्होंने मांग की थी कि इन संबंधों की जांच की जानी चाहिए।
यह घोटाला तब सामने आया जब उद्योगपति गोविंद बाबू पुजारी ने चैत्रा कुंदापुर और अन्य के खिलाफ भाजपा भाजपा का टिकट दिलाने का वादा कर 5 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज कराई। कुंदापुर ने भी घोटाले में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की संलिप्तता का दावा किया था। भाजपा ने विधानसभा चुनावों में 72 नए चेहरों को टिकट दिया था और उसे अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा।