
दुर्घटना की छद्म सूचना पर एनडीआरएफ व रेलवे का जांचा समन्वय
दक्षिण पश्चिम रेलवे के बेंगलूरु मंडल ने मंडल रेल प्रबंधक योगेश मोहन के मार्गदर्शन में गुरुवार को नेलमंगला रेलवे स्टेशन पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) गुंटूर की 10वीं बटालियन के सहयोग से मॉक ड्रिल का आयोजन किया। मॉक ड्रिल में मेडिकल सिग्नल, इलेक्ट्रिकल, कैरिज एंड वैगन के साथ-साथ रेलवे सुरक्षा बल के कर्मचारियों ने भाग लिया। एनडीआरएफ के 30 बचावकर्मियों, 108 एम्बुलेंस और अन्य कर्मचारियों ने आपदा राहत के अभ्यास में भाग लिया।
रेलवे के ब्रेकडाउन स्टाफ और एनडीआरएफ टीम ने उपकरणों को प्रदर्शित करने और बचाए जाने वाले यात्रियों को प्राथमिक चिकित्सा देने के लिए अभ्यास स्थल के पास चिकित्सा और उपकरण टेंट स्थापित किए। इससे पहले सुबह 11 बजे दुर्घटना की सूचना देने के लिए सायरन बजाया गया। इसके बाद एनडीआरएफ को एक दुर्घटना संदेश दिया गया, जिसमें कहा गया कि ट्रेन संख्या 06207 नेलमंगला यार्ड से गुजरते समय पटरी से उतर गई, दो डिब्बे पटरी से उतर गए और उनमें से एक पलट गया और 20 से 30 यात्री डिब्बों के अंदर फंसे हुए हैं।एनडीआरएफ की टीम आधुनिक उपकरणों के साथ 11:20 बजे नेलमंगला पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। यात्रियों को बचाने के लिए खिड़कियां काटी गईं और कोच के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग की गई। यात्रियों को बाहर निकाला गया और घायलों को रेलवे और एनडीआरएफ की मेडिकल टीम द्वारा प्राथमिक उपचार दिया गया। कुल 15 यात्रियों को बचाने का प्रदर्शन किया गया। यह सबसे तेज बचाव कार्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले समन्वय और उपकरणों का प्रदर्शन था। अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) नवेद तालिब, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा अधिकारी के.वी. गोपीनाथ ने अन्य अधिकारियों और पर्यवेक्षकों के साथ अभ्यास की निगरानी की। टीम का नेतृत्व एनडीआरएफ टीम के कमांडेट अखिलेश कुमार चौबे ने किया।
Published on:
30 Nov 2023 07:01 pm
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