
बेंगलूरु. विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को गुरुवार को झटका लगा। चुनाव आयोग ने कोलार जिले के मुलबागल से पार्टी प्रत्याशी के. मंजुनाथ का नामांकन पत्र गलत जाति प्रमाण पत्र के आधार पर खारिज कर दिया। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है लेकिन अन्य पिछड़ा वर्ग से होने के बावजूद मंजुनाथ ने गलत जाति प्रमाण पत्र के आधार पर यहां से नामांकन पत्र दाखिल किया था।
गौरतलब है कि बुधवार को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने मंजुनाथ के २०१३ में हुए पिछले विधाननसभा चुनाव का निर्वाचन गलत जाति प्रमाण पत्र के आधार पर रद्द कर दिया था। अदालत के फैसले की प्रति मिलने के बाद गुरुवार को चुनाव अधिकारी ने मंजुनाथ का १२ मई को होने वाले चुनाव के लिए भी नामंाकन पत्र खारिज कर दिया। अदालत ने आदेश में कहा था कि मंजुनाथ अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं लेकिन उन्होंने अनुसूचित जाति का गलत प्रमाण पत्र पेश किया था। अदालत के फैसले के बाद चुनाव अधिकारी ने नामांकन पत्र की जांच बुधवार को लंबित रख लिया था।
मुनियप्पा की दो बेटियां मैदान में
कोलार. पूर्व केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद के. एच. मुनियप्पा की दो बेटियां इस बार चुनाव में किस्मत आजमा रही हैं। इसमें एक कांग्रेस की उम्मीदवार हैं तो दूसरी निर्दलीय प्रत्याशी। जिले के मुलबागल क्षेत्र के कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के. मंजुनाथ का नामांकन पत्र खारिज होने के बाद अब मुनियप्पा की बेटी नंदिनी कांग्रेस समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार है।
मंजुनाथ के खिलाफ अदालत के संभावित फैसले को देखते हुए मुनियप्पा ने मंगलवार को अंतिम क्षणों में नंदिनी से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल करवाया था। मुनियप्पा की एक अन्य बेटी रुपा कोलार गोल्डफील्ड से कांग्रेस की उम्मीदवा हैं। रुपा के नामांकन पत्र की जांच भी बुधवार को चुनाव अधिकारी ने दो क्षेत्रों की मतदाता सूची में नाम होने की शिकायत के आधार पर लंबित रख लिया था। गुरुवार को आवश्यकत दस्तावेज पेश करने के बाद रुपा का नामांकन स्वीकार कर लिया गया।
Published on:
27 Apr 2018 06:12 am
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