खादी और ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक डॉ. ई. मोहन राव ने हिंदी के माध्यम से सरकारी कार्यक्रमों और योजनाओं का लाभ देश के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों तक पहुंचाकर उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने को आसान बताया। उप निदेशक (राजभाषा), मुंबई कृष्णपाल ने कहा कि राजभाषा हिंदी में कार्यालय कार्य करना सबकी संवैधानिक जिम्मेदारी है। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी विनोद कुमार भारती ने कहा कि हिंदी का विकास, देश का विकास है।
जीकेवीके के प्रशिक्षण समन्वयक एवं प्रमुख डॉ. के. शिवरामू सहित अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी विचार व्यक्त किए। सम्मेलन में खादी और ग्रामोद्योग आयोग के मुख्यालय सहित सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के हिंदी प्रभारी, अधिकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित थे।
वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी विनोद कुमार भारती ने अभिनंदन किया। अतिथियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा को पुष्प अर्पित करने के साथ दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। सम्मेलन में हिंदी के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ राजभाषा हिंदी के संवैधानिक प्रावधानों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। केंद्र सरकार के कार्यालयों में राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन और संसदीय राजभाषा समिति के निरीक्षण से संबंधित विषयों पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। चर्चा और व्याख्यान में उप निदेशक (राजभाषा), कॉफी बोर्ड डॉ. धीरज कुमार मिश्र, सहायक निदेशक(राजभाषा), कृत्रिम ज्ञान तथा रोबोटिक केंद्र, डीआरडीओ कॉम्प्लेक्स डॉ. एस.एन. महेश, एचएएल के सेवानिवृत डीजीएम (राजभाषा) डॉ. एम. शंकर प्रसाद, अंतरिक्ष विभाग के संयुक्त निदेशक सोम शेखरन नायर ने भाग लिया। सम्मेलन के दौरान कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हास्य कवि डॉ. सुनील तरुण, कवियित्रि डॉ. निधि सिंह, कवि राजभवन, उप निदेशक (राजभाषा), कृष्णपाल एवं वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी विनोद कुमार भारती ने काव्य-पाठ किया।