सार्वजनिक क्षेत्र की विमान निर्माता कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा तैयार किया जा रहा बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट एचटीटी-40 का महत्वपूर्ण स्टॉल परीक्षण हो चुका है जबकि स्पिन परीक्षण भी जल्दी ही हो जाएगा।
बेंगलूरु. सार्वजनिक क्षेत्र की विमान निर्माता कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा तैयार किया जा रहा बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट एचटीटी-40 का महत्वपूर्ण स्टॉल परीक्षण हो चुका है जबकि स्पिन परीक्षण भी जल्दी ही हो जाएगा।
एचएएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर.माधवन ने कहा कि एचटीटी-40 के लिए जनवरी 2019 में सर्टिफिकेशन हासिल करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि जिस हिसाब से तैयारियां चल रही हैं और जो प्रगति है उससे उम्मीद है कि जनवरी तक इस बेसिक ट्रेनर का सर्टिफिकेशन (प्रमाणीकरण) हो जाएगा। इस महत्वपूर्ण परीक्षण के लिए इसमें आवश्यक उपकरणों का इंटीग्रेशन भी कर दिया गया है।
स्वदेशी तकनीक से विकसित किए जा रहा देश के इस पहले बेसिक ट्रेनर एचटीटी-40 का उपयोग नव नियुक्त पायलटों के प्रथम चरण के प्रशिक्षण में होगा। अभी तक एचएएल ने इस बेसिक ट्रेनर के दो प्रोटोटाइप तैयार किए हैं जिसकी डेढ़ सौ से अधिक उड़ानें हो चुकी हैं। हाल ही में इस ट्रेनर का महत्वपूर्ण स्टॉल परीक्षण किया गया और अब स्पिन परीक्षण की तैयारी है।
स्पिन परीक्षण से पूर्व विमान के प्रोटोटाइप में स्पिन-विरोधी गैन्ट्री ट्रस लगाने की जरूरत होती है ताकि कलाबाजियां खाते वक्त विमान अगर असंतुलित हो तो उसे दुर्घटना से बचाया जा सके। एचटीटी-40 के दोनों प्रोटोटाइप में ये उपकरण लगाए जा चुके हैं। इन उपकरणों के साथ इन विमानों का उड़ान परीक्षण भी शुरू हो चुका है और जल्दी ही स्पिन परीक्षण कर लिए जाएंगे।
दरअसल, ट्रस लगाया जाना डिजाइनरों और इंजीनियरों के लिए एक बेहद जटिल और अहम प्रक्रिया है जिसे विमान के पिछले हिस्से में इंटीग्रेट किया जाता है। स्पिन परीक्षण के लिए जरूरी एंटी-स्पिन पैराशूट सिस्टम (एएसपीएस) का आयात अमरीका से किया गया है जो मैनुवर के समय स्पिन नियंत्रित करने में नाकाम रहने पर अनहोनी से बचाएगा।
एचएएल के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने कहा कि स्पिन टेस्ट का परिणाम टीम का मनोबल बढ़ाने वाला साबित होगा। युवा टीम इस परियोजना पर लगी है और इस परीक्षण से पूर्व उसने कड़ी मेहनत की है। गौरतलब है कि इस वर्ष एयर शो के दौरान इस बेसिक ट्रेनर ने काफी प्रशंसा बटोरी।