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चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को मास्क लगाने के निर्देश

मंत्री ने कहा कि गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूल फिर से खुलने वाले हैं। बुखार, सर्दी या खांसी के लक्षण हों तो बच्चों को स्कूल नहीं भेजें।

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Karnataka में कोविड Covid के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को मास्क Mask पहनने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, सभी के लिए मास्क अनिवार्य नहीं है। बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं एहतियातन मास्क का इस्तेमाल करें तो बेहतर होगा। फ्लू के लक्षण वाले लोग भी मास्क पहनें तो कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।

सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के निदेशकों के साथ कोविड-19 की तैयारियों पर बैठक के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री शरण प्रकाश पाटिल ने कहा कि कोविड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। भविष्य में संक्रमितों की संख्या में उछाल की संभावना है। सरकार ने सभी जरूरी एहतियाती कदम उठाए हैं। लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। लोगों से भी सहयोग की अपेक्षा है।

मंत्री ने कहा कि गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूल फिर से खुलने वाले हैं। बुखार, सर्दी या खांसी के लक्षण हों तो बच्चों को स्कूल नहीं भेजें। स्कूल में लक्षण सामने आने पर स्कूल प्रबंधन को चाहिए कि माता-पिता को इसकी जानकारी दें और संबंधित बच्चे को घर भेजें।

गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण के मामलों में कोविड जांच होनी चाहिए। प्रयोगशालाओं की व्यवस्था की है और चार प्रभागों में परीक्षण किया जाएगा। ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर पर डेटा एकत्र करने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है। इस बार भारी बारिश और बदलते मौसम के कारण मौसमी बीमारियां भी हो रही हैं। बेंगलूरु में कोविड के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन, संक्रमण तेजी से नहीं फैल रहा है।मंत्री ने कहा, अगर लोग सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें तो मामले बढऩे के बावजूद चिंता की कोई बात नहीं है। ज्यादातर लोगों को पहले ही टीका लगाया जा चुका है। अगर जरूरत पड़ी तो हम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर और टीके मंगवाएंगे।