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आत्म उद्धार के लिए ज्ञान व सम्यक क्रिया जरूरी-आचार्य अरविन्दसागर

जीतो बेंगलूरु नाॅर्थ महिला विंग का श्रमण आरोग्यम

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आत्म उद्धार के लिए ज्ञान व सम्यक क्रिया जरूरी-आचार्य अरविन्दसागर

आत्म उद्धार के लिए ज्ञान व सम्यक क्रिया जरूरी-आचार्य अरविन्दसागर

बेंगलूरु. जीतो बेंगलूरु नाॅर्थ महिला विंग पार्श्व सुशीलधाम में आचार्य अरविंदसागर सूरीश्वर के दर्शन वंदन किए। धर्मचर्चा करते हुए आचार्य ने आत्म उद्धार के लिए दो कार्यों को अनिवार्य बताया। एक ज्ञान पाना दूसरा सम्यक क्रिया करना। इन दोनों के बिना सुख-शांति प्राप्त नहीं होती ना ही भविष्य उज्ज्वल होता है।

इस अवसर पर जीतो बेंगलूरु के उपाध्यक्ष राजेश मूथा ने कहा कि इस नेक काम के पीछे केवल एक ही उद्देश्य है कि हमारे "साधु और साध्वी" भगवंतों को विहार-प्रवास-स्वास्थ्य सम्बंधी कोई कठिनाई ना आए। इसके लिए कार्ड भी बनाए गए जिससे कोई भी संघ या व्यक्ति गुरु भगवंत के पीएचएम कार्ड पर उल्लिखित 24 घंटे और 365 दिनों के टोल फ्री टेलीफोन नंबरों का उपयोग करके मार्गदर्शन के साथ साधु और साध्वी भगवंत को क्लोजर अस्पताल में भर्ती करा सकता है। उपाध्यक्ष लक्ष्मी बाफ़ना, कार्यसमिति सदस्य जयश्री जैन ,मीना बडेरा, संगीता नागोरी, मधुबाला बरलोटा, संतोष कटारिया उपस्थित थे। संयोजिका सुमन सिंघवी एवं ममता कोठारी का श्रम रहा।