
इन्होने फल बेचकर बनवाए सरकारी स्कूल के कमरे, पद्मश्री से किया गया सम्मानित
बेंगलूरु. दक्षिण कन्नड़ जिले के न्यू पपडु गांव में सरकारी स्कूल के लिए फल बेचकर कमरों का निर्माण करने वाले शिक्षा प्रेमी हरेकले हाजप्पा को पद्मश्री पुरस्कार से पुरस्कृत किया जा रहा है।
प्राथमिक तथा माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि हाजप्पा सामाजिक सरोकार की मिसाल बन गया है। स्वयं अनक्षर होने के बावजूद हाजप्पा का शिक्षा क्षेत्र के प्रति अहोभाव सराहनीय है। सरकारी स्कूल के परिसर में गत 20 वर्षों से नारंगी फल फल बेच कर जीवनयापन करने वाले हाजप्पा ने कई जरुरतमंद परिवारों के बच्चों की शिक्षा के लिए मदद की है।
पद्मश्री पुरस्कार के लिए चयन से हाजप्पा के इस अनूठे शिक्षा यज्ञ को राष्ट्रीय पहचान मिली है। बताया जा रहा है कि हाजप्पा अब उनके गांव के पीयूसी कॉलेज की भी मदद करना चाहता है। शिक्षामंत्री सुुरेश कुमार ने हाजप्पा को इस पुरस्कार के लिए बधाई संदेश भेजा है।
Published on:
27 Jan 2020 06:47 pm
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