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वन्यजीवों के लिए मुक्त होगी 1000 हेक्टेयर से अधिक वन भूमि

खराब कनेक्टिविटी और मानसून के दौरान मौसमी अलगाव जैसी चुनौतियों के कारण ग्रामीण 2013-14 से पुनर्वास की मांग कर रहे थे।

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वन मंत्री ईश्वर खंड्रे शनिवार को स्वैच्छिक पुनर्वास कार्यक्रम के तहत बेलगावी के तलेवाड़ी गांव के 57 निवासियों को पुनर्वास चेक सौंपेंगे। इस पुनर्वास से वन्यजीवों के लिए 1,000 हेक्टेयर से अधिक वन भूमि मुक्त हो जाएगी। वन विभाग के अनुसार इस कदम से ग्रामीणों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और रोजगार के अवसर सुनिश्चित होंगे।भीमगढ़ वन्यजीव अभयारण्य के भीतर स्थित तलेवाड़ी पुनर्वास के लिए निर्धारित 13 गांवों में से पहला है। यह काली टाइगर रिजर्व को गोवा और महाराष्ट्र में बाघों के आवासों से जोडऩे वाला एक महत्वपूर्ण बाघ गलियारा है।

खराब कनेक्टिविटी और मानसून के दौरान मौसमी अलगाव जैसी चुनौतियों के कारण ग्रामीण 2013-14 से पुनर्वास की मांग कर रहे थे। बारिश के दौरान उफनती नदियां उन्हें मुख्य भूमि से काट देती हैं।तलेवाड़ी निवासी और पुनर्वास के लाभार्थियों में से एक बयाजी वरक ने कहा कि स्थानांतरण के लिए विभाग की ओर से कोई दबाव नहीं था। ग्रामीणों के अनुरोध पर सरकार ने यह कदम उठाया। मंत्री खंड्रे ने खंड्रे ने गत वर्ष दिसंबर में गांव का दौरा किया था और निवासियों को सहायता और समय पर कार्रवाई का आश्वासन दिया था।