22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

संघ से बढ़कर कोई तीर्थ नहीं

धरातल पर संघ के बढ़कर कोई तीर्थ नहीं। संसार के समस्त तीर्थों का मूल्य है

less than 1 minute read
Google source verification
jainism

संघ से बढ़कर कोई तीर्थ नहीं

बेंगलूरु. शांतिनगर जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ में आचार्य महेंद्र सागर सूरी ने वार्षिक कर्तव्योत्सव में कहा कि आज हम एक अद्भुत और अनूठे तीर्थ की पूजा भक्ति के लिए अपनी निर्मल जीवन दृष्टि बढ़ा रहे हैं।

आपने और हमने अब तक कई कई बार कई कई तीर्थ की यात्रा पूजा की है, मगर आज जिस तीर्थ की चर्चा करने जा रहा हूं, अर्चना की बात करने जा रहा हंूं, वह तीर्थ न इस धरती की कोई डगर है, न धरती पर इंसानों या देवों द्वारा बनाया कोई पवित्र स्थान। धरातल पर संघ के बढ़कर कोई तीर्थ नहीं। संसार के समस्त तीर्थों का मूल्य है और ये तीर्थ तभी तक मूल्यवान रहेंगे जब तक कि ये संघ तीर्थ उन्हें संभालता रहेगा।

----

वृद्धाश्रम में की मानव सेवा
बेंगलूरु. मेवाड़ जैन बीसा ओसवाल युवा संगठन ने 36वां मासिक मानव सेवा रविवार को मागड़ी रोड पर तावरेकेरे स्थित साई स्नेह धाम वृद्धाश्रम में बीमार, बुजुर्ग व मूकबधिर बच्चों के बीच मनाया गया। आश्रम को सब्जी काटने की स्वचलित मशीन, दरियां, राशन व अन्य रोजमर्रा की जरूरी सामग्री प्रदान की। पौधरोपण किया। मानव सेवा चेयरमैन देवेंद्र भरसारिया ने स्वागत किया।

युवा संगठन अध्यक्ष कमलेश भरसारिया, मंत्री राकेश संचेती, पूर्वाध्यक्ष पुखराज आंचलिया व अन्य युवा कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सहयोगी शांतिलाल चंद्रसिंह पुनीत मनीष आशीष भव्य लोढ़ा थे। मनीष टुकलिया ने धन्यवाद दिया। आश्रम संचालक अरुण व संस्थापक गुरु स्वामी साईराम प्रसाद ने कार्यों की सराहना की।