21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जीवन में संयम से ही मिलेगी संसार से मुक्ति की राह

बेंगलूरु. श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन श्रावक संघ विल्सनगार्डन की ओर से मुमुक्षु संतोष कुमारी कर्नावट के जैन भागवती दीक्षा महोत्सव के दूसरे दिन नरेश मुनि, शालिभद्र मुनि, साध्वी सुधाकंवर, साध्वी दर्शनप्रभा, सुप्रभाश्री एवं डॉ. प्रतिभाश्री आदि के सान्निध्य में आयोजित मेहंदी समारोह में नरेश मुनि ने कहा कि मानव को धर्म से जुड़कर रहना चाहिए। धर्म […]

less than 1 minute read
Google source verification

बेंगलूरु. श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन श्रावक संघ विल्सनगार्डन की ओर से मुमुक्षु संतोष कुमारी कर्नावट के जैन भागवती दीक्षा महोत्सव के दूसरे दिन नरेश मुनि, शालिभद्र मुनि, साध्वी सुधाकंवर, साध्वी दर्शनप्रभा, सुप्रभाश्री एवं डॉ. प्रतिभाश्री आदि के सान्निध्य में आयोजित मेहंदी समारोह में नरेश मुनि ने कहा कि मानव को धर्म से जुड़कर रहना चाहिए। धर्म मार्गदर्शक के रूप जीवन में काम करता है।मुनि ने कहा कि मानव को जीवन में कर्म प्रधान बनना चाहिए। सद्कर्मों से पुण्य और बुरे काम से पाप के भागीदार बनते हैं। बेहतर सत्य कार्यों से मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। धर्म आराधना नहीं करने से सारा पुण्य समाप्त हो जाता है।शालिभद्र मुनि ने कहा कि हमें अगर इस संसार से मुक्त होना है तो जीवन में संयम आवश्यक है। जो मानव संयम को जीवन में धारण करता है, वह स्वयं के साथ दूसरों का कल्याण करता है।

मनुष्य के 303 भेद

साध्वी समृद्धिश्री ने कहा कि ऐसे तो मनुष्य के 303 भेद हैं लेकिन उसमें से 15 कर्मभूमि में जन्म लेने वाले ही संयम ले सकते हैं। साध्वी परिज्ञाश्री ने कहा कि संयम ही हमारे जीवन का श्रृंगार है। मुमुक्षु संतोष कुमारी ने अपनी आत्मा को जागृत कर संयम पथ पर जाने का विचार किया है। प्रचार-प्रसार संयोजक प्रकाशचंद बाफना ने बताया कि शनिवार को गणेश बाग जैन स्थानक के प्रांगण में गुरु भगवंतों के सान्निध्य में दीक्षा महोत्सव के अंतर्गत केसर छंटाई का कार्यक्रम होगा। संचालन संघ के चेयरमैन मीठालाल मकाणा ने किया। इस मौके पर अध्यक्ष नेमीचंद भंसाली, मंत्री सज्जन बोहरा, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद पिछोलिया आदि मौजूद थे।