6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मोदी कैबिनेट : सदानंद का पत्ता कटा, कर्नाटक से चार नए चेहरों को मिला पहली बार मौका

केंद्रीय मंत्री परिषद में फेरबदल: राज्य से अब कुल छह मंत्री, जिनमें दो हैं कैबिनेट मंत्री

3 min read
Google source verification
narendra_modi.jpg

Modi Government Cabinet Reshuffle Expected? Union Cabinet Meeting on Wednesday At 11 AM

बेंगलूरु. केंद्रीय मंत्री परिषद में बुधवार शाम हुए फेरबदल में राज्य के एक वरिष्ठ नेता की विदाई हो गई जबकि राज्य के चार सांसदों को मंत्री बनाया गया। राज्य से नए मंत्री बनने वालों में तीन लोकसभा और एक राज्यसभा के सदस्य हैं। चारों को राज्य मंत्री बनाया गया। ताजा फेरबदल के बाद राज्य से मंत्रियों की संख्या बढ़ गई मगर काबीना स्तर के मंत्रियों की संख्या घट गई।

दो पहली बार बने मंत्री
फेरबदल में वर्ष 2014 से मोदी मंत्रिमंडल के सदस्य रहे डी वी सदानंद गौड़ा की विदाई हो गई। रसायन व उर्वरक मंत्री रहे गौड़ा ने फेरबदल से पहले त्याग पत्र दे दिया। राजनीतिक हलकों में फेरबदल के दौरान गौड़ा को हटाए जाने की चर्चा पहले से ही थी। मंगलवार शाम तक सिर्फ चित्रदुर्ग से सांसद ए. नारायण स्वामी के नाम की चर्चा थी। लेकिन, बुधवार सुबह तेजी से बदले सियासी घटनाक्रम में तीन और सांसदों के नाम जुड़ गए। नारायण स्वामी के साथ ही शोभा करंदलाजे, भगवंत खुबा और राजीव चंद्रशेखर भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए गए। चारों पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं। हालांकि, शोभा और नारायण स्वामी पहले राज्य में मंत्री रह चुके हैं। उद्योगपति से नेता बने राजीव राज्य से राज्यसभा के सदस्य हैं जबकि बाकी तीन लोकसभा के सदस्य हैं।

नारायण स्वामी को मंगलवार को ही दिल्ली बुलाया गया था। शोभा, राजीव, नारायण स्वामी बुधवार सुबह प्रधानमंत्री आवास में नए शामिल किए जाने वाले मंत्रियों की चाय बैठक में भी शामिल हुए थे जबकि खुबा को बुधवार सुबह ही प्रधानमंत्री कार्यालय से बुलावा आया और वे हैदराबाद के रास्ते दोपहर बाद दिल्ली पहुंचे। शोभा (48) समाजशास्त्र में स्नातक हैं। नारायण स्वामी (64) कला में स्नातक हैं। जबकि खुबा (54) यांत्रिक अभियांत्रिकी में स्नातक हैं। उद्योगपति राजीव (57) कंप्यूटर विज्ञान में स्नातक हैं और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से प्रबंधन का पाठ्यक्रम भी किया है।

जातीय समीकरणों को साधने की कोशिश
फेरबदल में राज्य से शामिल किए गए चेहरों के साथ 2023 के विधानसभा व 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए जातीय समीकरणों को भी साधने की कोशिश की गई है। वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा को हटाया गया तो उनकी जगह इसी समुदाय से आने वाली शोभा को शामिल किया गया। बेलगावी से लोकसभा सदस्य रहे सुरेश अंगड़ी के निधन से रिक्त हुए स्थान पर लिंगायत समुदाय से आने वाले खुबा को शामिल किया गया। इसके अलावा नारायणस्वामी को शामिल कर दलित समुदाय को भी प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है। राज्यसभा सदस्य राजीव ब्राह्मण समुदाय से आते हैं। ब्राह्मण समुदाय से आने वाले प्रह्लाद जोशी पहले से ही काबीना मंत्री हैं।

बढ़ा राज्य का प्रतिनिधित्व
हाल के वर्षों में यह पहला मौका है जब केंद्रीय मंत्रिमंडल मेें राज्य को इतना ज्यादा प्रतिनिधित्व मिला है। तकनीक तौर पर अब राज्य से छह सांसद केंद्रीय मंत्री परिषद के सदस्य हैं। इनमें दो काबीना और बाकी चार राज्य मंत्री हैं। संसदीय कार्य, कोयला व खान मंत्री प्रह्लाद जोशी धारवाड़ से लोकसभा के सदस्य हैं जबकि वित्त और कार्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण राज्य से ही राज्यसभा की सदस्य हैं।

राजीव, खुबा को दो-दो मंत्रालयों की जिम्मेदारी
राजीव को कौशल विकास और उद्यमिता के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना तकनीक राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है जबकि नारायण स्वामी को सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री, खुबा को नव और अक्षय ऊर्जा के साथ ही रसायन व उर्वरक राज्य मंत्री और शोभा को कृषि व कृषक कल्याण राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। राज्य से दो काबीना मंत्रियों-जोशी और सीतारमण के मंत्रालयों में बदलाव नहीं किया गया है।

खुबा ने ली हिंदी में शपथ
बीदर के सांसद भगवंत खुबा ने हिंदी में राज्य मंत्री की शपथ ली जबकि प्रदेश से बाकी तीन राज्य मंत्रियों ने अंग्रेजी में शपथ ली।

येडि ने बताया बेहतरीन चयन
राज्य से चार मंत्री बनाए जाने पर मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा ने कहा कि यह बेहतरीन चयन है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को काफी प्रमुखता दी है। येडियूरप्पा ने कहा कि चारों नए मंत्री काफी प्रभावी हैं और उनका कार्य प्रदर्शन भी अच्छा रहा है। नए मंत्रियों से राज्य के विकास को नई गति मिलेगी।