25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

असंगठित श्रमिकों को भी मिलेगा इएसआइसी अस्पतालों में मुफ्त इलाज : शोभा करंदलाजे

श्रम सुधारों का उल्लेख करते हुए मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने 29 श्रम कानूनों को समाप्त कर उन्हें चार श्रम संहिताओं में समाहित किया है, ताकि श्रमिकों के हितों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।

less than 1 minute read
Google source verification
सेवाएं मुख्य रूप से संगठित क्षेत्र के बीमित श्रमिकों तक सीमित होने के कारण बिस्तरों की उपयोगिता 50 प्रतिशत से कम है।

file photo

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे Shobha Karandlaje ने कहा है कि संगठित क्षेत्र के श्रमिकों और उनके आश्रितों को इएसआइसी अस्पतालों में मिलने वाली मुफ्त चिकित्सा सेवाएं जल्द ही असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों तक भी विस्तारित की जाएंगी। इससे कृषि, ठेका, गारमेंट सहित अन्य असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों को लाभ मिलेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप

मंगलवार को कलबुर्गी स्थित इएसआइसी मेडिकल कॉलेज में खेल परिसर, रूफटॉप सोलर पावर सिस्टम और भूजल रिचार्ज सुविधाओं का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस विजन के अनुरूप है, जिसमें संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों के श्रमिकों को व्यापक सामाजिक सुरक्षा देने पर जोर दिया गया है।

बिस्तरों की उपयोगिता 50 प्रतिशत से कम

उन्होंने बताया कि 560 बिस्तरों की क्षमता वाला कलबुर्गी इएसआइसी अस्पताल फिलहाल पूरी तरह उपयोग में नहीं है। सेवाएं मुख्य रूप से संगठित क्षेत्र के बीमित श्रमिकों तक सीमित होने के कारण बिस्तरों की उपयोगिता 50 प्रतिशत से कम है। असंगठित श्रमिकों तक सेवाओं का विस्तार होने से अस्पताल की अधोसंरचना का बेहतर उपयोग हो सकेगा।

श्रमिकों के हितों की रक्षा

श्रम सुधारों का उल्लेख करते हुए मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने 29 श्रम कानूनों को समाप्त कर उन्हें चार श्रम संहिताओं में समाहित किया है, ताकि श्रमिकों के हितों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।

शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल और योग जरूरी

उन्होंने कहा कि छात्रों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल और योग जरूरी हैं। कार्यक्रम के बाद उन्होंने मेडिकल, पैरामेडिकल और नर्सिंग छात्रों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं और अस्पताल में जल्द सीटी स्कैन व एमआरआइ सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।