23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बांसवाड़ा में माहीडेम के पास करोड़ों की लागत से बनेगा एमबीसी भवन, 119 बीघा क्षेत्र में होगा निर्माण

MBC Banswara : बांसवाड़ा में माहीडेम के पास करोड़ों की लागत से बनेगा एमबीसी भवन, 119 बीघा क्षेत्र में होगा निर्माण

2 min read
Google source verification
बांसवाड़ा में माहीडेम के पास करोड़ों की लागत से बनेगा एमबीसी भवन, 119 बीघा क्षेत्र में होगा निर्माण

बांसवाड़ा में माहीडेम के पास करोड़ों की लागत से बनेगा एमबीसी भवन, 119 बीघा क्षेत्र में होगा निर्माण

बांसवाड़ा. जिले के माहीडेम के पास कटियोर एवं चीब के मध्य करीब 119.12 बीघा में स्थापित होने वाली नवगठित मेवाड़ भील कोर (एमबीसी) के भवन को लेकर हलचल तेज हो गई है। प्रशासनिक एवं आवासीय भवनों के निर्माण के लिए हाल ही सरकार स्तर से करीब 43 करोड़ 65 लाख और 27 हजार की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी हुई है। इस राशि में से करीब 1809 लाख के प्रशासनिक तथा 2556.27 लाख के आवासीय भवन बनेंगे। इन कार्यों की कार्यकारी एजेंसी आरपीएचसीसीएल है।

ऐसा होगा प्रशासनिक भवन : - तय तकमीने के अनुसार कमाण्डेंट, डिप्टी, सहायक कमाण्डेंट, कंपनी कमाण्डर्स, कोत एण्ड स्टोर आरमोर शॉप, भूतल एवं प्रथम तल के लिए 779.41, डिस्पेन्सरी भवन के लिए 81.76 लाख, एसओ मैस 68.13 लाख, जवानों का मैस भवन 186.26 लाख, एमटी गैरेज कवर्ड पार्र्किंग 35.97 लाख, एमटी कार्यालय, वर्कशॉप, स्टोर 107.45 लाख, सीवर लाइन एवं सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट 57.37 लाख , वाटर सप्लाई सॉर्स का विकास 45.35 लाख, ट्यूबवैल-वाटर टैंक 40.82 लाख, खेल मैदान 36.85 लाख , चारदीवारी निर्माण 137.20 लाख, संतरी चौकी व स्वागत कक्ष 39.30 लाख, ट्रेडमैन शॉप 20.62 लाख, मैन गेट निर्माण 25.10 लाख तथा हाई मास्क लाइट, विद्युत लाइन पर 96.38 लाख के कार्य होंगे।

खेरवाड़ा के बाद बांसवाड़ा मुख्यालय : - एमबीसी के सीआई रतनसिंह राजपुरोहित ने बताया कि उदयपुर के खेरवाड़ा के बाद एमबीसी का बांसवाड़ा का मुख्यालय होगा। बांसवाड़ा एमबीसी की कंपनियां एक बांसवाड़ा में डीजीपी रिजर्व रहेगी। शेष बांसवाड़ा सहित सिरोही, उदयपुर, राजसमंद, चित्तौडगढ़़ जिले तक सेवाएं देंगी। बांसवाड़ा नवगठित एमबीसी में करीब 373 पद स्वीकृत हैं। इसके अलावा अधिकारी अलग है। राजपुरोहित ने बताया कि खेरवाड़ा में इस कंपनी की स्थापना ब्रिटिश सरकार ने वर्ष 1840 में की थी। इसके बाद बांसवाड़ा में इसकी स्थापना हुई है।

आवासीय भवन : - आवास प्रथम टाइप एक 67.86 लाख, आवास टाइप द्वितीय तीन 140.05 लाख, अपर सबोर्डिनेट क्वाटर्स जी टू छह 159.49 लाख, लोअर सबोर्डिनेट क्वाटर्स जी थ्री बत्तीस 526.56 लाख, 100 मैन बैरिक, भूतल 476.86 लाख , 100 मैन बैरिक जीवन 903.53 तथा 50 मैन बैरिक, 25 मैन बैरिक भूतल व 25 मैन बैरिक प्रथम तल 144.77 लाख में तैयार होगा।