वरुण भट्ट/ योगेश कुमार शर्मा
राजस्थान में शादी के नाम पर झांसा देने वाले गिरोह सक्रिय हैं। जनजाति बाहुल्य बांसवाड़ा-डूंगरपुर में ऐसे मामले ज्यादा आ रहे हैं। दलालों के जरिए बिछाए जा रहे इस जाल में कई युवा फंस रहे हैं। लाखों रुपए देकर विवाह के चंद समय में ही दुल्हन रुपए-पैसे के साथ ही जेवर बंटोर कर फरार हो रही है। ऐसे में युवाओं के सामने शादी के बाद भी कुंवारे से हालात बन रहे हैं। क्योंकि एक बार शादी होने के बाद सामाजिक स्तर पर दूसरा रिश्ता मिलना मुश्किल होता है। साथ ही कानूनी पहलू के तहत भी पहली शादी के बाद दूसरी शादी में दिक्कतें आती हैं। सामाजिक स्तर पर छवि धूमिल होने से कई परिवार इन दिनों दोहरी परेशानी झेल रहे हैं। पिछले पांच वर्ष में कई परिवार लुटेरी दुल्हन के शिकार हुए हैं, लेकिन बदनामी के डर से कई मामले पुलिस तक नहीं पहुंच रहे हैं। जो प्रकरण पुलिस तक पहुंच रहे हैं, उसमें कुछेक में दलाल व दुल्हन की गिरफ्तारी भी हुई है, लेकिन अब भी कई लुटेरी दुल्हनें व दलाल पुलिस गिरफ्त से दूर हैं।
गढ़ी क्षेत्र में चितरोड़िया के पीड़ित ने रिपाेर्ट दी। उसकी उमाड़ा निवासी एक व्यक्ति के जरिए कुछ हजार रुपए लेनदेन करके महाराष्ट्र की एक युवती से शादी कराई। युवती के परिजन को भी कुछ लाख रुपए ऑनलाइन दिए गए। युवक के रोजगार के लिए कुवैत जाने के बाद युवती घर में रखे 3 लाख रुपए के साथ ही सभी सोने चांदी के आभूषण लेकर चली गई।
वर्ष 2022 में सागवाड़ा थाना क्षेत्र जोगपुर गांव से एक दुल्हन रुपए व जेवरात लेकर भाग गई थी। पुलिस ने जबलपुर मध्यप्रदेश से दुल्हन को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सामने आया था कि लुटेरी दुल्हन इससे पूर्व 32 युवाओं को इसी तरह झांसा दे चुकी थी।
भरतपुर के सोनू की शादी इंदौर की लड़की से कराई थी। फेरों के बाद विदाई हुई। दुल्हन घर पहुंच गई। यहां से रात्रि को दुल्हन शादी के वक्त पहनाई गई साड़ी के सहारे छत से नीचे उतरकर फरार हो गई। शादी कराने की बात 2 लाख में तय हुई थी। हालांकि विदाई के समय दुल्हन को नकली जेवर पहनाए थे, जिससे परिवार बहुत अधिक आर्थिक क्षति से बच गया।
Published on:
13 May 2024 10:12 am