अजय कुमार द्विवेदी ने व्यापारी संगठनों को बुलाकर अतिक्रमण हटा लेने का उनसे अनुरोध किया, मगर किसी ने भी अतिक्रमण को नहीं हटाया...
बाराबंकी. बाराबंकी में एक आईएएस के आने से बिगड़ी व्यवस्था खुद ब खुद सुधरने लगी है। भूमाफियाओं की अवैध प्लाटिंग को उखाड़ फेंकने के और बंद कारखाने में चल रहे स्क्रैप के अवैध कारोबार को खत्म करने के लिए यह आईएएस अधिकारी पहले ही चर्चा में था। शहर की मुख्य समस्या व्यापारियों के अतिक्रमण पर इस अधिकारी की धमक साफ दिखाई दी। बात-बात पर अधिकारीयों से झगड़ा कर लेने वाले व्यापारी काफी डरे हुए थे और खुद ही अपनी दुकानों का अतिक्रमण हटाते हुए दिखाई दिए।
अवैध काम में लगे लोगों की उड़ी नींद
हम बात कर रहे हैं बाराबंकी की सदर तहसील के उपजिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी (आईएएस) की। बाराबंकी की सिरौली गौसपुर तहसील में अपने अनोखे काम के जरिए मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सम्मानित हो चुके IAS अजय कुमार द्विवेदी को जब से सदर तहसील का चार्ज मिला है तब से अवैध कामों में लगे हुए लोगों की नींद उड़ी हुई है। जो भूमाफिया यहां अवैध प्लाटिंग के कारोबार में लगे हुए थे सबसे पहले इस अधिकारी का निशाना वही लोग बने, फिर बारी आई उन लोगों की जो बंद पड़े कारखानों से करोड़ों के स्क्रैप की चोरी के काम में लगे हुए थे। अजय द्विवेदी का डण्डा जैसे ही उन पर चला तो उन लोगों ने भी मैदान छोड़ दिया। आज यह सभी अवैध काम में लगे लोग इस अधिकारी के जाने का इंतजार कर रहे हैं।
अतिक्रमण के चलते लोगों को थी काफी समस्या
शहर व्यापारियों द्वारा दुकान के बाहर तक का अतिक्रमण यहां की एक बड़ी समस्या थी। लोगों का चलना-फिरना दूभर था। इसके लिए अजय कुमार द्विवेदी ने व्यापारी संगठनों को बुलाकर अतिक्रमण हटा लेने का उनसे अनुरोध किया, मगर किसी ने भी अतिक्रमण को नहीं हटाया। आज जब तय समय सीमा के बाद यह आईएएस अधिकारी खुद जेसीबी मशीन के साथ निकला तो व्यापारी वर्ग दहशत में आ गया। सत्ता में बैठे नेताओं से भी व्यापारियों ने गुहार लगाई मगर कोई भी नेता इस ईमानदार अधिकारी के खिलाफ खड़ा नहीं हुआ। शायद वह नेता जानते थे की वह अधिकारी किसी के दबाव में नहीं आता।
आगे भी चलता रहेगा इस तरह का अभियान
अजय द्विवेदी ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले नगर पालिका परिषद बाराबंकी के सभासदों के साथ, व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग करके आम सहमति बनाई थी कि सड़क के दोनों तरफ 6 फीट तक का अतिक्रमण वह हटा लें और सड़क के किनारे बनी नाली के अंदर ही अपनी दुकान व्यवस्थित करें। उसी का अनुपालन कराया गया। यह काम चरणबद्ध तरीके से चलता रहेगा। इस अभियान का यह पहला चरण है आगे भी यह कई चरणों में चलता रहेगा। यातायात सुचारु ढंग से चलता रहे, व्यवस्थित रहे इसीलिए यह अभियान जारी रहेगा। अजय द्विवेदी ने बताया कि शहर में जो इमारत पुरानी हो चुकी है उन्हें भी नोटिस भेजा जा रहा है।